नई दिल्ली: राफेल (Rafale) के भारत आने के बाद से ही पाकिस्तान तिलमिलाया हुआ है। लद्दाख में राफेल लगातार उड़ान भर रहा है, जिसने चीनी सेना की बोलती बंद कर रखी है। 4.5 पीढ़ी के इस सबसे शानदार लड़ाकू विमान को जल्द ही हैमर मिसाइल से लैस कर दिया जाएगा। इस बीच खबर है कि भारत के बाद अब ग्रीस ने भी लड़ाकू विमान राफेल का ऑर्डर कर दिया है।
इसके साथ ही कहा जा रहा है कि इन विमानों को ग्रीस घातक हैमर मिसाइल से लैस कर सकता है। इन दिनों ग्रीस और तुर्की में गतिरोध चल रहा है। फ्रांस ने अपने मल्टीरोल राफेल जेट्स के साथ हेलेनिक एयर फोर्स (HAF) की आपूर्ति करके मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। ग्रीस की एयरफोर्स को एचएएफ कहा जाता है।
कहा जाता है कि Hammer Missile मिसाइल चंद मिनटों में दुश्मन के निशानों को तबाह कर सकती हैं। ये जमीन पर सटीक निर्देशित-निर्देशित मिसाइलें हैं। मिसाइल गाइडेंस किट के साथ आती है, जिससे वह अपने लक्ष्यों को सटीक रूप से मारने में सक्षम है और कभी भी जाम नहीं हो सकती।
इस मिसाइल का इस्तेमाल 125, 250, 500 और 1000 किलोग्राम के बम बॉडी पर किया जा सकता है और यह 50 किलोमीटर से अधिक की रेंज प्रदान करता है, जिसका अर्थ है कि इसे गतिरोध दूरी पर दागा जा सकता है। इसकी बहुमुखी प्रतिभा इसे कम ऊंचाई पर उपयोग करने की भी अनुमति देती है, फायरिंग विमान से तेजी से पहाड़ी इलाके को पार कर सकती है।
ट्रेनिंग हुई शुरू
ग्रीक समाचार पोर्टल की एक रिपोर्ट के अनुसार, HAF के पायलट फ्रांस में राफेल के लिए ट्रेनिंग ले रहे हैं। 21 सितंबर से फ्रेंंच एयरबेस मॉन्ट-डे-मार्सैन में 21 सितंबर से एक बड़े पैमाने पर प्रशिक्षण अभ्यास आयोजित किया जा रहा है। अभ्यास में 40 विमानों को शामिल किया गया है, जिनमें ग्रीस, फ्रांस और स्पेन के लड़ाकू जेट, हेलीकॉप्टर और ड्रोन शामिल हैं।
इधर, लद्दाख में चीन से सीमा विवाद के बीच जुलाई में भारत ने आपातकालीन शक्तियों के तहत राफेल जेट के लिए हैमर मिसाइलों के लिए आर्डर दिया है। हैमर मिसाइलों के लिए आदेश पर कार्रवाई की जा रही है और फ्रांसीसी अधिकारियों ने हमारे राफेल लड़ाकू विमान के लिए एक शॉर्ट नोटिस पर उन्हें आपूर्ति करने के लिए सहमति व्यक्त की है। वायु सेना द्वारा इन मिसाइलों की तत्काल आवश्यकता के मद्देनजर, फ्रांसीसी अधिकारी भारत को कुछ अन्य ग्राहकों के लिए मौजूद स्टॉक से मिसाइलों को वितरित करेंगे।
यह वही मिसाइल हैं, जिसके साथ 5 जुलाई को लीबिया में तुर्की एयर बेस अल-वटिया में राफेल जेट ने हमला किया था। HAF अगले वर्ष में राफेल लड़ाकू विमानों का अधिग्रहण करेगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि HAF द्वारा अधिग्रहित किए गए 12 इस्तेमाल किए गए राफेल में से आठ दो फ्रांसीसी युद्ध स्क्वाड्रन से आएंगे जो 118 वें एयर बेस पर आधारित हैं।
ग्रीस और तुर्की में विवाद
पूर्वी भूमध्य सागर में दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण गतिरोध है। जहां तुर्की एक ऐसे क्षेत्र में ऊर्जा भंडार के लिए संभावना जता रहा है जहां ग्रीस अपने महाद्वीपीय शेल्फ के रूप में दावा करता है। वहीं, साइप्रस ने तुर्की पर अपने जल में ड्रिलिंग करके उसकी संप्रभुता को भंग करने का भी आरोप लगाया है। हाल ही तुर्की और ग्रीस के बीच पूर्वी भूमध्यसागर में तेल और गैस भंडारों पर दावों को लेकर विवाद और बढ़ गया है।
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