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News24
दिल्ली: टोक्यो ओलंपिक में देश के लिए सिल्वर मेडल जीतने वाली मीराबाई चानू सोमवार को भारत लौट चुकी हैं। यहां दिल्ली एयरपोर्ट से ही मीराबाई का अभिनंदन शुरू हो गया।
इसी क्रम में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मीराबाई के सम्मान में एक अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया था, जिसमें केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर, केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू, जी.किशन रेड्डी, सर्बानंद सोनोवाल और केंद्रीय खेल राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक ने हिस्सा लिया।
इस मौके पर अनुराग ठाकुर ने कहा, "मीराबाई चानू का शानदार प्रदर्शन 135 करोड़ भारतीयों के चेहरे के मुस्कुराहट लाया और तिरंगे की शान बढ़ाई।"
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मिल सकता है गोल्ड
शनिवार को टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली चीन की भारोत्तोलक झिहुई हो का डोपिंग रोधी अधिकारियों द्वारा परीक्षण किया जाएगा और यदि वह परीक्षण में विफल रहती हैं, तो भारत की मीराबाई चानू को स्वर्ण से सम्मानित किया जाएगा।
झिहुई को टोक्यो में रहने के लिए कहा गया है और उनका परीक्षण किया जाएगा। परीक्षण निश्चित रूप से हो रहा है," घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने एएनआई को बताया। चीन के झिहुई होउ ने शनिवार को कुल 210 किग्रा के साथ स्वर्ण पदक जीता था और एक नया ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया था।
नियम स्पष्ट रूप से कहते हैं, अगर कोई एथलीट डोपिंग टेस्ट में फेल हो जाता है, तो सिल्वर जीतने वाले एथलीट को गोल्ड से सम्मानित किया जाएगा। मीराबाई चानू ने शनिवार को टोक्यो इंटरनेशनल फोरम में महिलाओं के 49 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीतकर भारत के लिए पदक तालिका की शुरुआत की थी।
प्रतियोगिता में अपने चार सफल प्रयासों के दौरान चानू ने कुल 202 किग्रा (स्नैच में 87 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 115 किग्रा) उठाया। चीन के झिहुई होउ ने एक नया ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया, जबकि इंडोनेशिया की विंडी केंटिका आइशा ने कुल 194 किग्रा के साथ कांस्य पदक जीता।
आसान नहीं रहा चानू का सफर
लेकिन चानू का सफर इतना आसान नहीं रहा है। दरअसल, इससे पहले 2016 के रियो ओलिंपिक्स में एक बार भी सही वजन नहीं उठा पाने के कारण चानू को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था।
विभिन्न मीडिया प्लेटफॉर्म्स से हुई बातचीतों में मीराबाई के माता-पिता ने इस बारे में बताया कि- "रियो ओलिंपिक में नाकाम होने के बाद पूरा परिवार उन (मीरा) पर शादी करने और घर बसाने का दवाब बनाने लगे थे।" इसके चलते ऐसी नौबत भी आ गई थी कि लगने लगा था कि मीरा शायद ही अपने खेल को जारी रख पाएंगी!
लेकिन मीरा ने अपने ख्वाब के साथ कोई समझौता नहीं किया और अपनी प्रेक्टिस को जारी रखा। और अपने परिजनों से कह दिया कि- "जब तक ओलिंपिक में मेडल नहीं जीतूंगी तब तक शादी नहीं करूंगी।" आज उन्होंने अपने कहे को सही साबित कर दिया है।
बता दें कि वेटलिफ्टिंग खेल में ओलिंपिक पदक जीतने वाली मीराबाई चानू दूसरी भारतीय हैं। उनसे पहले 2000 के सिडनी ओलंपिक में कर्णम मल्लेश्वरी ने वेटलिफ्टिंग में भारत के लिए कांस्य पदक जीता था।
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