नई दिल्लीः एलएसी पर तनातनी के बीच बीसीसीआई ने भी चीन को बड़ा आर्थिक झटका दिया है। क्रिकेट प्रशंसकों की आलोचनाओं को देखते हुए बीसीसीआई ने 13वें सीजन से वीवो की स्पॉन्सरशिप को खत्म कर दिया कहै। अब ऐसे में आईपीएल की स्पॉन्सर लेने के लिए कई कंपनियां लाइन में लगी हुईं हैं। इसी कड़ी में ऐसे में योगगुरु बाबा रामदेव की पतंजलि भी इस रेस में शामिल हो गई है। हालांकि अभी बीसीसीआई की तरफ से इस पर कोई बयान नहीं दिया गया है।
पतंजलि के प्रवक्ता एसके तिजारावाला ने एक बातचीत के दौरान यह पुष्टि की है। तिजारावाला ने कहा, ‘हम इस साल आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सरशिप के बारे में सोच रहे हैं, क्योंकि हम पतंजलि ब्रांड को एक वैश्विक मंच पर ले जाना चाहते हैं। बीसीसीआई को इसके लिए एक प्रस्ताव भेजने की तैयारी कर रहे हैं। ब्रांड रणनीतिकार हरीश बिजूर ने कहा, 'आईपीएल के छोटे प्रायोजक होने से आईपीएल से ज्यादा पतंजलि का फायदा होगा।
राष्ट्रीय नजरिए से भी यह उनके लिए उपयोगी होगा, क्येंकि भारत में इस समय चीन विरोधी लहर चल रही है। आईपीएल 2020 सीजन के लिए बीसीसीआई नए टाइटल स्पॉन्सर की खोज में आज टेंडर जारी कर सकता है। वीवो के जाने के बाद से आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सशिप के लिए जियो, एमेजॉन, टाटा ग्रुप, ड्रीम 11 और बायजूस जैसी कंपनिया दिलचस्पी दिखा चुकी हैं। बीसीसीआई आईपीएल-13 के नए प्रायोजक के लिए पूरी पारदर्शिता और प्रक्रिया का पालन करेगी।
विशेषज्ञों के मुताबिक वीवो की जगह टाइटल स्पॉन्सशिप हासिल करने के लिए वीवो की रकम 440 करोड़ से कम रकम लगानी होगी। कोई भी कंपनी इसमें आए यह हर किसी के लिए अच्छी स्थिति है। वीवो ने 2018 से 2022 तक पांच साल के लिए 2190 करोड़ रुपये में (प्रत्येक वर्ष 440 करोड़ रुपए) आईपीएल टाइटल प्रायोजन अधिकार हासिल किए थे। अगले साल वीवो मुख्य प्रायोजक के रूप में लौट सकता है।
बता दें कि भारत में चाइनीज प्रोडक्ट्स का कड़ा विरोध हो रहा है. बता दें कि वीवो एक चीनी फोन निर्माता कंपनी है। गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच टकराव के बाद देश में मौजूदा भावनाओं के कारण बीसीसीआई को यह फैसला करना पड़ा है। आईपीएल 19 सितंबर से शुरू होकर 53 दिनों तक चलेगा।आईपीएल फाइनल 10 नवंबर को कराया जाएगा, जिससे प्रसारकों को दिवाली के हफ्ते का फायदा मिलेगा। इस बार IPL के 10 डबल हेडर (एक दिन में दो मैच) मुकाबले खेले जाएंगे।
गांगुली ने कहा है कि वीवो के जाने को वित्तीय संकट के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। गांगुली ने कहा, 'मैं इसे वित्तीय संकट नहीं कहूंगा, यह थोड़ा सा झटका है और आप इससे तभी निपट सकते हैं जब आप कुछ समय तक पेशेवर तौर पर मजबूत रहेंगे तो। गांगुली ने कहा, 'चीजें एक रात में नहीं आती हैं और बड़ी चीजें एक रात में नहीं जातीं। आपकी लंबे समय तक तैयारी आपको नुकसान के लिए तैयार करती हैं, आपको सफलता के लिए तैयार करती हैं।
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