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News24
नई दिल्ली: आगामी राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय पुरूष हॉकी टीम की निगाहें पदक जीतने पर टिकी हैं। शनिवार से शुरू होने वाले नीदरलैंड के खिलाफ अपने अंतिम 2021-2022 एफआईएच प्रो लीग मुकाबले में जीत के साथ टीम आत्मविश्वास हासिल करने के इरादे से उतरेगी। पिछले हफ्ते टोक्यो ओलंपिक चैंपियन बेल्जियम के खिलाफ अपने पिछले मुकाबले में, भारत ने शूट-आउट में पहला मैच 5-4 (3-3) जीता, लेकिन 14 मैंचों के बाद 2-3 से हारक भारत प्रो लीग स्टैंडिंग में 29 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर आ गया।
बेल्जियम 14 मैचों में 31 अंकों के साथ शीर्ष पर पहुंच गया। वहीं नीदरलैंड के भी 31 अंक हैं जो कि 12 मैचों में बनाए गए हैं। अभी भी स्टैंडिंग के शीर्ष पर रहने का भारत के पास मौका है। इसके साथ ही भारतीय पुरुष हॉकी टीम नीदरलैंड के खिलाफ जीतने की तिगड़म जुटी है। हालांकि दुनिया की तीसरी नंबर की मजबूत टीम पर विजय हासिल करना भारत के लिए चुनौती साबित होगी।
यूरोपीय परिस्थितियों की बात की जाए तो यहां ऐसे विश्व स्तरीय विरोधियों के खिलाफ खेलने का भारतीयों को फायदा हो सकता है क्योंकि वे 28 जुलाई से 8 अगस्त तक होने वाले बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों की तैयारी की जा रही है। इन मैचों से भारतीय टीम को खुद को आंकने का मौका मिलेगा ।
दुनिया के नंबर 1 बेल्जियम के खिलाफ, अमित रोहिदास की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने दोनों मैचों में जबरदस्त जोश दिखाया और आगामी मुकाबलों में भी इस तरह अपना प्रदर्शन जारी रखना चाहेंगे।
भारत के उप-कप्तान और ड्रैग-फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह के मुताबिक बेल्जियम और नीदरलैंड के खिलाफ दोनों मुकाबलों से राष्ट्रमंडल खेलों की तैयारी पुख्ता होगी ।
हरमनप्रीत ने कहा कि "प्रो लीग में बैक-टू-बैक मैच खेलने से हमें बहुत फायदा हुआ है। इसमें हम दुनिया की 12 सर्वश्रेष्ठ टीमों के खिलाफ खेल रहे हैं। हर मैच के बाद सोच बदलती है, रणनीति बदलती है और इससे हमें बहुत मदद मिल रही है।" हम हर पहलू के बारे में सीख रहे हैं।’
हालांकि, भारत के पास अभी भी लीग जीतने का मौका है, लेकिन हरमनप्रीत ने कहा कि उनका लक्ष्य सिर्फ सकारात्मक तरीके से अभियान खत्म करना है। बाकी भाग्य और अन्य मैचों के परिणामों पर निर्भर करता है।
उन्होंने आगे कहा कि "यह हमारे पिछले दो मैच हैं, हमारे पास जीतने के अलावा कोई विकल्प नहीं है। शीर्ष तीन टीमों के बीच बहुत अंतर नहीं है, लेकिन नीदरलैंड के पास एक बढ़त है क्योंकि उनके पास अभी भी चार गेम शेष हैं और बेल्जियम के पास इंग्लैंड के खिलाफ दो गेम हैं।
" हरमनप्रीत ने कहा कि पुरुषों के अलावा, भारतीय महिलाएं सप्ताहांत में ओलंपिक रजत पदक विजेता और दुनिया के दूसरे नंबर के अर्जेंटीना के खिलाफ भी खेलेंगी, जो 14 मैचों से अपराजेय हैं।
बता दें कि भारतीय महिला टीम को बेल्जियम से 1 . 2 से और 0 . 5 से हार का सामना करना पड़ा था। हार के बावजूद, भारतीय महिलाएं नीदरलैंड (32 अंक) और टेबल-टॉपर्स अर्जेंटीना (38) के बाद 10 मैचों में 22 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
लेकिन शनिवार के पहले गेम में जाने से, पिछले रविवार को बेल्जियम के हाथों मिली हार के बाद भारतीय महिलाओं का आत्मविश्वास कम होगा।
भारत की कप्तान सविता ने कहा कि खिलाड़ियों को एक से 17 जुलाई तक स्पेन और नीदरलैंड में होने वाले विश्व कप के लिए टीम में जगह बनाने के लिए दबाव को सामना करनैा पड़ेगा।
उन्होंने कहा, "खिलाड़ियों को दबाव के साथ तालमेल बिठाना और संभालना होता है, लेकिन यह हर रोज एक जैसा नहीं होता है। "यहां, यह पहले 24 खिलाड़ियों की एक टीम थी, फिर इसे 20 खिलाड़ियों को मिला, फिर इसे 18 खिलाड़ियों तक कम करना पड़ा, इसलिए हां खिलाड़ियों ने दबाव महसूस किया और मुझे लगता है कि यह प्रदर्शन को प्रभावित करता है।
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