नई दिल्ली (10 सितंबर): 51 बिलियन डॉलर की लागत से चीन-पाकिस्तान में इकोनॉमिक कॉरिडोर भले ही बना रहा है लेकिन वो इसकी कीमत भी वसूलने से नहीं चूक रहा। वो अपनी ओर से पाकिस्तान के साथ होने वाले 90 प्रतिशत व्यापार को फ्री ट्रेड एग्रीमेंट में रखना चाहता है। जबकि पाकिस्तान ने कहा है कि अब यह रिवाइज होना चाहिए। इसी मुद्दे पर ढाई साल से उठा-पठक का दौर चल रहा है। सात बार बैठके हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक इस पर कोई नतीजा नहीं निकला है। चीन इस कॉरिडोर से होने वाले 90 फीसदी व्यापार को फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के तहत लगातार रखना चाहता है, लेकिन पाकिस्तान को यह मंजूर नहीं है। अब आठवीं बार बीजिंग में चीन और पाकिस्तान एक बार फिर इसी मुद्दे पर चर्चा के लिए बैठने वाले हैं।