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News24
हेमंत शर्मा, इंदौर: हर इंसान का एक सपना होता है कि उसके पास एक महंगी लक्सरी कार हो। हर कोई इन कारों में बाजार से उसके लुक्स और सेफ्टी फीचर्स को देखकर प्रभावित होता है। महंगी कारों के जबदस्त सेक्योरिटी फीचर्स ही लोगों के मन से चोरी का डर खत्म कर देते हैं। लेकिन अगर हम आपसे ये कहें इन सभी हाईटेक सुविधाओं के बावजूद आपकी कार सुरक्षित नहीं है या आपकी महंगी से महंगी कार का लॉक डिवाईस भी फेल है तो आप क्या कहेंगे, क्योंकि ऐसा ही कुछ मध्य प्रदेश के इंदौर में देखने को मिला है।
शहर के राजेंद्र थाना इलाके में स्थित स्कीम नंबर 103 में रहने वाले भारत आहूजा की 14 लाख की हुंडई क्रेटा को एक गैंग ने चुटकियों में सिक्योरिटी फीचर्स को क्रैक कर चुरा लिया। चोर खुद क्रेटा से चोरी करने के लिए पहुंचे और इस वारदात को इतनी सफाई से अंजाम दिया कि कार का सिक्योरिटी सायरन भी नहीं बजा।
पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। हालांकि यह पहली वारदात नहीं थी ,बीते कुछ समय से शहर की पुलिस चार पहिया वाहन चुराने वाली गैंग से परेशान थी। बीते तीन माह में अलग-अलग थाना इलाकों से एक दर्जन के करीब वाहन चोरी हो चुके हैं, लेकिन पुलिस इन सभी का अब तक सुराग नहीं लगा सकी थी। राजेंद्र नगर इलाके में ही दस दिन के भीतर यह दूसरी वारदात थी।
मंगलवार सुबह फरियादी जब अपनी बेटी को स्कूल बस में छोड़ने के लिए घर से निकला था तो सुबह लगभग छह बजे उसके घर से कार गायब मिली। उसने इस बात की सूचना तत्काल राजेंद्र नगर थाना पुलिस को दी। घटना के तत्काल बाद हरकत में आई पुलिस ने आस-पास के जिलों की पुलिस से समन्वय स्थापित किया और नजदीकी जिलों के कंट्रोल रूम के माध्यम से नाकाबंदी शुरू कर दी, साथ ही राजेंद्र नगर थाने की अलग-अलग टीमें भी विभिन्न रूटों पर सर्चिंग के लिए रवाना हुईं।
चोरी गई कार एक के बाद एक करके कुल दो टोल टेक्स क्रॉस कर चुकी थी, पुलिस के पास इसके सीसीटीवी मौजूद थे। बदमाश दो अलग अलग लक्जरी कार में सवार थे और तेज रफ्तार से भाग रहे थे। बदमाशों के रूट की जानकारी तय होते ही मंदसौर पुलिस ने दलौदा के करीब कड़ी नाकाबंदी कर दी। सड़क पर पीछा करते पुलिस को देख बदमाश गाड़ी छोड़कर खेतों में भाग गया, हालांकि यहां भी पुलिस पीछा कर रही थी और एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
चोर ने बताया चोरी का पूरा गणित
गिरफ्तार आरोपी श्रवण विश्नोई है ,जो की राजस्थान के झालौर जिले का रहने वाला है , आरोपी ने पूछताछ में कबूल किया है कि यह राजस्थान की गैंग है जो सिर्फ चार पहिया कार ही चुराती है। गिरोह का सरगना गणपत है और उसके साथी पप्पू,श्रवण,सोएल,और बंशी हैं। सभी राजस्थान के रहने वाले हैं।, बदमाश पूर्व में भी कार चुराने के जुर्म में गुजरात में गिरफ्तार हो चुके हैं। गिरोह में शामिल पप्पू चौथी पास है, जो कि एक विशेष सॉफ्टवेयर के माध्यम से तत्काल सरे सिक्युरिटी अलर्ट से डिफ्यूज कर देता है और सेंट्रल एक्सेस अपने हाथ में लेकर दूसरी गाड़ी में ही बैठकर वह गाड़ी का लॉक ओपन कर देता है, इसके बाद एक साथी गाड़ी स्टार्ट कर भाग जाता है। बदमाश चोरी की कार को बॉर्डर पर तस्करी के काम में इस्तेमाल करते थे। उसके कुछ समय बाद गाड़ी को दूसरे राज्यों में औने-पौने दाम में बेच दिया करते थे।
बहरहाल, लम्बे समय से शहर में लक्जरी कार चोरी की वारदात अब थमने की आशंका है। अब तक क्रेटा, फॉर्च्यूनर जैसी लक्जरी कार चोरी हो चुकी हैं। लेकिन सभी चोरी की वारदात में पुलिस के हाथ सीसीटीवी थे फिर भी पुलिस के हाथ सफलता नहीं लग सकी। राजेंद्र नगर थाना इलाके के ही नेमा नगर में लगभग दस दिन पूर्व एक कार चोरी हुई थी, इसके बाद राजेंद्र नगर थाना पुलिस ने एक सैकड़ा से अधिक सीसीटीवी खंगाले थे और पुलिस के हाथ संभावित एक रूट तय हो गया था,कि किन-किन रूट से बदमाश भाग सकते हैं। इसी कारण पुलिस की थोड़ी सक्रियता काम आ गई और महज तीन घंटे में ही चोरी हुई लक्जरी कार बरामद हो गई।
इस तरह गिरफ्त में आया चोर
सुबह करीब पांच बजकर चार मिनिट पर कार चोरी हुई और छह बजकर 15 मिनट पर फरियादी भारत आहूजा थाने पहुंचे और थाना प्रभारी को फोन पर ही सूचना दी। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी राजेंद्र नगर अमृता सोलंकी ने अपने थाने की टीम को सक्रिय किया और आसपास के संभावित जिलों की सीमा को अलर्ट कर दिया। जैसे ही गाड़ी बेटमा के करीब स्थित मतवाड़ा टोलटैक्स से क्रॉस हुई पुलिस टीम ने आगे की टीम को अलर्ट कर दिया। इसके बाद बदमाशों ने रस्ते में रुक कर कुछ ही मिनटों में नंबर प्लेट बदल ली। अब गाड़ी पर हरियाणा का नंबर था, इसलिए आगे की टीम भृमित हो गई, लेकिन लगातार पीछा कर रही पुलिस टीम ने मंदसौर के करीब स्थित दलौदा पुलिस को सूचना दी जिसके हाईवे पर सड़क जाम की स्थिति निर्मित कर दी गई, जिसके बाद बदमाश गाड़ी छोड़कर भाग गया।
पुलिस जब तक पीछा कर रही थी, तब वह काफी दूर निकल चुका था। हालांकि, पुलिस ने फिर भी उम्मीद नहीं छोड़ी, दलौदा पुलिस के अधिकारी ने बहुमंजिला इमारत पर चढ़कर देखा तो बदमाश खेत में छुपा हुआ था। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से आरोपी को हिरासत में ले लिया। हालांकि, शुरुआती पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया है कि वह तो मात्र भाड़े का चालक है, जो सिर्फ गैंग का सहयोग गाड़ियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर छोड़ने के लिए करता है। इसके एवज में हर बार दस हजार रुपये भी मिलते हैं। गिरोह अक्सर ऐसे लोगों को ही खास चिन्हित करता है जो तेज गाड़ी चलाते हैं उन्हें ज्यादा पैसे भी दिए जाते हैं।
3 राज्यों से 20 से अधिक कारों की चोरी
आरोपी बेहद शातिर है, वह अक्सर एक दूसरे से बातचीत करने के लिए whatsapp कालिंग पर ही बात करते हैं, ताकि पुलिस उनकी लोकेशन ट्रेस नहीं कर सके। बहरहाल तकनीकी जांच के दौरान यह स्थापित हुआ है कि जिन-जिन दिनों में बीते दिनों लक्जरी कार चोरी हुई है उन दिनों इस गैंग का मूवमेंट इंदौर में ही था। इसलिए आशंका है कि इसी गैंग ने बाकी गाड़ियां भी चोरी की हैं। बदमाश ने अब तक तीन राज्यों से 20 से अधिक कार चुराने की बात कबूल की है। पुलिस अब गिरोह के अन्य चार फरार सदस्यों की भी तलाश कर रही है।
राजेंद्र नगर थाना प्रभारी अमृता सोलंकी के मुताबिक स्कीम नंबर १०३ में रहने वाले आहूजा ने शिकायत की थी उनकी लक्जरी कार चोरी हुई है ,उनकी शिकायत पर केस दर्ज कर जांच शुरू हुई और आस-पास की टीम को अलर्ट किया गया। इसमें मंदसौर के पास दलोदा के पास से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। गिरोह के मुख्य सरगना समेत कुल चार अन्य आरोपी फिलहाल फरार हैं। यह राजस्थान की बड़ी गैंग है जो देश के विभिन्न राज्यों में कार चोरी की वारदात को अंजाम देते थे, चोरी की हुई कारों से तस्करी की जाती थी और उन्हें फिर सस्ते दामों में बेच दिया जाता था।
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