लखनऊ (31 दिसंबर): यूपी की राजधानी में एक मदरसे पर छापेमारी के दौरान 51 लड़कियों को छुड़ाया गया। शुक्रवार देर शाम हुई इस कार्रवाई में लखनऊ पुलिस ने मदरसा संचालक को गिरफ्तार कर लिया। लड़कियों का आरोप है कि यहां उन्हें बंधक बनाकर रखा गया था। उनसे छेड़छाड़ और अश्लील हरकतें की जाती थीं। संचालक उनसे पैर दबवाता था और विरोध करने पर जानवरों जैसा सलूक करता था। शनिवार को भ्रष्टाचार निवारण सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया, जहां से आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
वहीं, बहराइच की युवती की शिकायत पर संचालक के खिलाफ रेप का केस भी दर्ज कर लिया है। पीड़िता का कहना है कि वो मदरसे में 6 महीने से कैद थी। बता दें, पिछले दिनों आध्यात्मिक विश्वविद्यालय नामक संस्था के आश्रमों से दिल्ली, यूपी समेत कई राज्यों से करीब 150 लड़कियों को छुड़ाया गया।
प्रदेश की महिला कल्याण मंत्री प्रो. रीता बहुगुणा जोशी शनिवार को पीड़ित लड़कियों से मिलने नारी निकेतन पहुंची और स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने नारी निकेतन के संचालक को सख्त निर्देश दिया कि छात्राओं को उनके परिजनों को सौंपते समय पहले उनकी पुख्ता जानकारी लें। किसी भी छात्रा को अधूरी जानकारी पर न सौंपी दी जाए। उन्होंने इस सिलसिले में जांच कर रही पुलिस की टीम से भी बातचीत कर निर्देश दिए। यदि पिछले सालों में इस मदरसे के खिलाफ कोई रिपोर्ट दर्ज हुई हो, तो उसे भी गंभीरता से लेकर मामले की गहराई से जांच की जाए। इस दौरान रीता बहुगुणा जोशी ने छात्राओं से बातचीत कर उनकी हौसला आफजाई की और भविष्य में बेहतर पढ़ाई के लिए अच्छे संस्थानों में दाखिला कराने का अश्वासन भी दिया।
लखनऊ के एसएसपी दीपक कुमार ने बताया, ''शुक्रवार शाम कुछ बुजुर्गों ने ऑफिस आकर बताया कहा कि सआदतगंज इलाके में जामिया खदीजतुल कुबरा लीलबनात नाम से मदरसा चल रहा है। वहां लड़कियों के साथ बहुत गलत काम हो रहा है। ये सब कई सालों से चल रहा है।''
''इसके बाद तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने मदरसे पर छापेमारी की। इस दौरान वहां 51 लड़कियां मौजूद थीं। पीड़ित लड़कियों ने बताया कि मदरसा संचालक मो. तैय्यब जिया अमानवीय प्रवृत्ति का व्यक्ति है। यहां पढ़ने वाली लड़कियों के साथ छेड़छाड़ करता है।'' ''आरोपी तैय्यब को गिरफ्तार कर लिया गया है। फिलहाल, सभी लड़कियों को नारी निकेतन में रखा गया है। मदरसे में कुल 125 लड़कियों के नाम दर्ज हैं।''