नई दिल्ली (7 सितंबर): पाकिस्तान ने भले ब्रिक्स घोषणापत्र को खारिज करने की कोशिश की हो और यह कह कर दुनिया की आंख में धूल झौंकने की कोशिश की है कि वह आतंकी संगठनों की सुरक्षित पनाहगाह नहीं है, लेकिन अब उसके अपने विदेश मंत्री ही उसकी पोल खोल रहे हैं। पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि अगर लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी संगठनों पर लगाम नहीं लगाई गई तो देश शर्मिंदगी का सामना करता रहेगा।
आसिफ का बयान ब्रिक्स घोषणापत्र के दो दिन बाद आया है जिसमें पहली बार पाकिस्तान से संचालित हो रहे आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधित संगठनों का नाम लिया गया था। आसिफ ने पाकिस्तान से संचालित लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद समेत अन्य प्रतिबंधित अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठनों के अस्तित्व को स्वीकार किया है। आसिफ ने एक पाकिस्तानी न्यूज चैनल से बातचीत में कहा, 'हमें अपने मित्रों से कहने की आवश्यकता है कि हमने अपना बर्ताव सुधार लिया है। हमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शर्मिंदगी का सामना करने से बचने के लिये अपने तौर तरीके में सुधार करना है।'