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पटना: प्रशांत किशोर आने वाले समय में बिहार की राजनीति में दखल दें सकते हैं। वे बिहार में पदयात्रा शुरू करने वाले हैं। इस बीच प्रशांत किशोर ने लालू यादल और नीतीश कुमार पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि इन दोनों नेताओं के शासन काल में बिहार में कोई काम नहीं हुआ और इस दौरान राज्य पिछड़ता रहा है। अब इसपर राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने आधारहीन करार दिया है।
पत्रकारों से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने इस टिप्पणी को निराधार बताया। उन्होंने कहा, "प्रशांत किशोर के बयान का जवाब देने का कोई मतलब नहीं है। यह एक निराधार बयान है। मुझे उसके ठिकाने की जानकारी नहीं है, वह कौन है? वह अब तक कभी भी किसी चीज का कारक नहीं रहा है।" राजद नेता ने देश में नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के कार्यान्वयन पर मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया के बारे में भी बात की और संसद में विधेयक के पक्ष में अपना वोट डालने के लिए नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली पार्टी पर निशाना साधा।
नीतीश कुमार ने कहा था कि सीएए एक नीतिगत मामला है और राज्य सरकार लोगों को कोविड से बचाने के लिए अधिक चिंतित है। यह टिप्पणी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान के जवाब में आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि इस अधिनियम को महामारी की समाप्ति के तुरंत बाद लागू किया जाएगा।
बता दें कि प्रशांत किशोर ने 'जन सुराज' पार्टी का ऐलान किया था और उनका कहना था कि इसकी शुरुआत बिहार से की जाएगी। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में प्रशांत किशोर राजनीतिक दल का गठन कर सकते हैं। कांग्रेस से लंबी बात चलने के बाद भी वह पार्टी में शामिल नहीं हुए थे और अब उनके ट्वीट ने हलचल तेज कर दी है। प्रशांत किशोर कई पार्टियों के साथ काम कर चुके हैं। भाजपा से लेकर अलग-अलग दलों के लिए चुनावी रणनीति तैयार करने का काम करते रहे हैं, लेकिन अब वह खुद राजनीतिक दल बनाकर जनता के बीच जाने की तैयारी में हैं।
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