नई दिल्ली: वैसे तो पिछले 7-8 महीने से कोई भी अच्छी खबर सुनने को नहीं मिली है। हर तरफ बस कोरोना के कहर की बात हो रही है, लेकिन कोरोना के इस काल में दो बड़ी खुशखबरी आई है। पहली तो दो वैक्सीन बहुत जल्द मिलने वाली हैं और दूसरी भारत में बनने वाली वैक्सीन महज 20 रुपये में लोगों की मिल सकती है।
सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला का वैक्सीन को लेकर बड़ा बयान सामने आया है। अदार पूनावाला के मुताबिक, दो यूनिटों की क्षमता 50 से 60 लाख डोज हर महीने तैयार करने की है 2 और यूनिट वैक्सीन तैयार करने के लिए जल्द ही काम शुरू करने वाला है। जून जुलाई तक 30 से 40 करोड़ डोज तैयार हो जाएंगे।
अदार पूनावाला का कहना है कि ऑक्सफर्ड वैक्सीन फाइजर और माडर्ना की तुलना में पांच से छह गुना सस्ता होगा। बाजीर में ये टीका 500 से 600 की कीमत पर मिलेगा। हालांकि भारत में ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के परीक्षणों का नतीजा डेढ़ से दो महीने में आएंगे।
वही आज स्वदेशी कोरोना वायरस वैक्सीन Covaxin का इंसानों पर आखिरी दौर का ट्रायल शुरू हो गया। देशभर में 26 हजार लोगों पर वैक्सीन का डबल ब्लाइंड, रैंडमाइज्ड ट्रायल होगा। आज हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने पहली डोज लेकर फेज 3 ट्रायल की शुरुआत की। विज ने खुद को पहला वालंटियर बनाने की पेशकश की थी। अनिल विज को अंबाला के एक अस्पताल में Covaxin का पहला इंजेक्शन दिया गया और 14 दिन बाद वैक्सीन की दूसरी डोज दी जाएगी।
भारत में तैयार होने वाली Covaxin एक इनऐक्टिवेटेड वैक्सीन है। यह उन कोरोना वायरस के पार्टिकल्स से बनी है, जिन्हें मार दिया गया था ताकि वे इन्फेक्ट न कर पाएं। इसकी डोज से शरीर में वायरस के खिलाफ ऐंटीबॉडीज बनती हैं, ये ऐंटीबॉडीज शरीर को कोरोना इन्फेक्शन से बचाती हैं।
भारतीय वैक्सीन की कीमत क्या होगी ?
भारत बायोटेक के एमडी डॉ कृष्णा एल्ला ने कहा था कि वैक्सीन की कीमत एक पानी की बोतल के दाम से भी कम होगी। इसका मतलब है कि वैक्सीन की एक डोज 20 रुपये से ज्यादा की नहीं होनी चाहिए।
इस बीच एम्स के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने भी वैक्सीन को लेकर एक बड़ी जानकारी दी है। डॉक्टर रणदीप गुलेरिया का मानना है कि वैक्सीन को सुरक्षित रखने के लिए कोल्ड चेन की व्यवस्था करना बड़ी चुनौती होगी। फाइजर की वैक्सीन को लेकर भी भारत की बात चल रही है और इस वैक्सीन को -70 डिग्री सेल्सियस में रखना होगा।
डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने भी ये कहा है कि अगले साल मार्च के बाद भारत में बड़ी मात्रा में कोरोना के वैक्सीन आम लोगों के लिए होंगे। ऐसे में कोरोना के कहर के बीच ये खबर लोगों को काफी सुकून दे रही हैं, क्योंकि कोरोना दुनिया के हर इंसान को एक तरह से तोड़ दिया है। अब कोरोना के रफ्तार पर पूरी तरह ब्रेक लग सकता है, क्योंकि एक साथ कई वैक्सीन पर काम हो रहा है और इसमें भारतीय वैक्सीन भी काफी आगे नजर आ रही है।
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