---- विज्ञापन ----
News24
नई दिल्ली: देश आज स्वर्णिम विजय पर्व मना रहा है। आज ही के दिन 1971 में भारतीय सेना ने पाकिस्तान को युद्ध में हराया था। इस मौके पर इंडिया गेट पर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 'वॉल ऑफ फेम-1971 इंडो पाक वॉर' का उद्घाटन किया। इस दौरान राजनाथ सिंह ने 'स्वर्णिम विजय पर्व' के उद्घाटन समारोह में सैन्य उपकरणों के प्रदर्शन का जायजा भी लिया।
समारोह में राजनाथ सिंह ने दिवंगत जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी समेत 11 अन्य शहीद जवानों के निधन पर भी शोक जताया। उन्होंने कहा कि इन वीरों के निधन के कारण ही स्वर्णिम विजय पर्व को सादगी से मनाने का फैसला किया गया है। उन्होंने ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की।
समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज का दिन भारतीय सेनाओं के लिए काफी खास है। आज के ही दिन भारत ने पाकिस्तान पर ऐतिहासिक जीत हासिल की थी। उन्होंने कहा कि आज वो भारत के प्रत्येक सैनिक की वीरता और बलिदान को नमन करते हैं, जिसके कारण भारत ने 1971 का युद्ध जीता। पूरा देश उनके अमिट बलिदान के लिए हमेशा उनका ऋणी रहेगा। उन्होंने कहा कि, आज हम बहुत खुश हैं कि पिछले 50 वर्षों में बांग्लादेश विकास के पथ पर आगे बढ़ा है।
रक्षा मंत्री ने आगे कहा है कि 1971 का भारत पाकिस्तान युद्ध को दुनिया के सबसे निर्णायक युद्धों में से एक गिना जाएगा। उन्होंने कहा कि 1971 का युद्ध हमें यह भी बताता है कि मजहब के आधार पर हुआ भारत का विभाजन एक ऐतिहासिक गलती थी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का जन्म एक मजहब के नाम पर हुआ। लेकिन पाकिस्तान कभी एक नहीं रह सका।
राजनाथ सिंह ने कहा कि 1971 की हार के बाद पाकिस्तान भारत विरोधी अभियान में जुटा है। वो आतंकियों के जरिए छद्म युद्ध लड़ रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अपने मिलाइलों की नाम गोरी, गजनवी और अब्दाली रखता है। ये वो लोग है जिन्होंने भारत में रक्तपात किया है। उन्होंने ये भी कहा कि वहीं, भारत अपने मिसाइलों का नाम आकाश, पृथ्वी, अग्नि रखता है।
देश और दुनिया की ताज़ा खबरें सबसे पहले न्यूज़ 24 पर फॉलो करें न्यूज़ 24 को और डाउनलोड करे - न्यूज़ 24 की एंड्राइड एप्लिकेशन. फॉलो करें न्यूज़ 24 को फेसबुक, टेलीग्राम, गूगल न्यूज़.