नई दिल्ली: देश के रक्षा मंत्रालय ने 2580 करोड़ रुपये की लागत से छह सैन्य रेजीमेंटों के लिए पिनाका रॉकेट लांचर खरीदने के लिए सोमवार को दो प्रमुख घरेलू रक्षा कंपनियों के साथ समझौता किया है। अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि सैन्य बलों की परिचालन तैयारियों को बढ़ाने के लिए चीन-पाकिस्तान से लगी हुई भारतीय सीमा पर पिनाका रेजिमेंट को तैनात किया जाएगा।
समझौते पर टाटा पावर कंपनी लिमिटेड (टीपीसीएल) और लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) ने हस्ताक्षर किए हैं, जबकि रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक क्षेत्र के भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (बीईएमएल) को भी परियोजना का हिस्सा बनाया गया है। BEML ऐसे वाहनों की आपूर्ति करेगा, जिन पर रॉकेट लॉन्चर रखे जाएंगे।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि छह पिनाका रेजीमेंट में 45 कमांड पोस्ट के साथ 114 लॉन्चर के साथ 'ऑटोमेटेड गन आइमिंग एंड पोजिशनिंग सिस्टम' (AGAPS) भी होगा। बयान में कहा गया है कि 2024 तक मिसाइल रेजिमेंट का संचालन शुरू करने की योजना है।
यह बताया गया है कि 70 प्रतिशत स्वदेशी सामग्री हथियार प्रणाली में होगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने परियोजना को मंजूरी दी है। पिनाका मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम (MLRS) को DRDO द्वारा विकसित किया गया है। मंत्रालय ने कहा है कि यह एक महत्वाकांक्षी परियोजना है जो आत्मनिर्भर बनने के लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सार्वजनिक-निजी क्षेत्र की भागीदारी को दर्शाती है।
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