नई दिल्ली: स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक द्वारा आने वाले महीनों में कोविड-19 वैक्सीन के आखिरी क्लीनिकल ट्रायल को आगे बढ़ाने की उम्मीद है।
हर्षवर्धन ने कहा कि आखिरी ट्रायल में आमतौर पर हजारों प्रतिभागी शामिल होते हैं, कभी-कभी यह संख्या 30,000 से 40,000 तक हो जाती है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, वर्तमान में कोरोना वैक्सीन के लिए बनाए जा रहे जो भी टीके तीसरे चरण में हैं, वह सभी इंजेक्शन हैं।
शनिवार को डॉक्टर रेड्डीज लैबोरेटरीज लिमिटेड और रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) ने कहा कि उन्हें भारत के रूसी COVID-19 वैक्सीन के परीक्षण करने के लिए नए सिरे से मंजूरी मिल गई है।
देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस के संक्रमण में 61,871 का इजाफा हुआ है। हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि यह सक्रिय मामलों में लगातार गिरावट का रुझान देख रहा है।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने कहा कि यह WHO द्वारा आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं रेमेडिसविर सहित से कुछ रोगियों के बचने की संभावना पर बहुत कम या कोई प्रभाव नहीं पड़ने के बाद COVID-19 उपचार के लिए अपने प्रोटोकॉल को फिर से लाएगा।
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