नई दिल्ली। किसानों का चक्काजाम दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड छोड़कर पूरे देश में है। वहीं राकेश टिकैत से जब पूछा गया कि इन राज्यों में जाम क्यों नहीं तो उन्होंने चौंकाने वाला जवाब दिया। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि हम दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड में सड़कें नहीं रोकेंगे। क्योंकि यहां कुछ लोग हिंसा फैलाने की कोशिश कर सकते हैं। टिकैत ने कहा कि इसका सबूत भी उनके पास है।
गौरतलब है कि 26 जनवरी को किसान आंदोलन ने हिंसा का रूप ले लिया था। किसानों के ट्रैक्टर परेड से काफी किसान लाल किला की ओर चले गए और वहां जमकर उत्पात हुआ। इस दौरान पुलिस ने काफी गंभीरता और संयम का परिचय दिया। पुलिस बल के काफी जवान घायल भी हो गए थे। जब मामला गंभीर होने लगा तब पुलिस ने बल प्रयोग किया।
यूपी-उत्तराखंड के किसान स्टैंडबाय मोड पर: राकेश टिकैत (rakesh tikait) ने कहा कि यूपी और उत्तराखंड के एक लाख किसान स्टैंड बाई मोड पर रहेंगे। ये किसान आंदोलन को बैकअप देंगे। टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पर फूल के पौधे लगाकर कहा कि जिस बॉर्डर पर सरकार ने हमें रोकने के लिए कांटे लगाए हैं, हमने उस बॉर्डर पर फूल उगाने का फैसला किया है।
इन 4 मांगों को लेकर हो रह ये बड़ा आंदोलन: कृषि कानून आने के बाद से ही किसानों के एक बड़े धड़े ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। कई संगठन अपनी चार मांगों को लेकर पिछले 72 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर धरने पर हैं। ये हैं वे चार मांगे।
1. सरकार के तीन नए कृषि कानून (agriculture act) रद्द हों।
2. MSP पर कानून बने।
3. नया बिजली कानून न लाया जाए।
4. पराली जलाने पर 5 साल तक की जेल और 1 करोड़ रुपए जुर्माने का प्रस्ताव सरकार वापस ले।
Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 and Download our - News24 Android App. Follow News24 on Facebook, Telegram, Google News.