के जे श्रीवत्सन, जयपुर : कोरोना के खिलाफ चल रही जंग में बुधवार को दो बड़ी और अच्छी खबर राजस्थान के लिहाज़ से आई है। पहली खबर तो कोरोना को मात देकर ठीक होने वाले घर लौटने वाले लोगों की संख्या 3 लाख के भी पार चली गयी है वहीं दूसरी तरह जल्दी ही हरियाणा के करनाल के रास्ते राजस्थान को कोरोना वैक्सीन की सप्लाई का संकेत भी मिला है। जिसके बाद कहा जा रहा है की अगले 8-10 दिनों में राजस्थान में भी वैक्सीनेशन का काम बड़े स्तर पर शुरू हो जाएगा। ड्राईरन के रूप में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को पहले ही समझा-परखा जा चूका है, की कैसे सेंटर से अस्पतालों तक पहुंचने वाले मरीजों को वैक्सीन लगाया जाना है। अब ग्रामीण इलाकों में भी 8 जनवरी को इसी तरह का एक ड्राईरन किया जाएगा ताकि वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू होने के बाद इस काम में किसी तरह की गफलत ना रहे।
हरियाणा के करनाल से होगी सप्लाई,क्योंकि जयपुर से दूरी महज 400 किमी
पुरे देश में हरियाणा, मुम्बई,चेन्नई और कोलकत्ता में ही अभी वैक्सीन के बड़े स्टोरेज बनाए गए हैं जहाँ से देश भर के अलग अलग राज्यों में इसकी सप्लाई होगी। ऐसे में अब तक राजस्थान में कहाँ से और कितनी वैक्सीन मिलेगी , इसे लेकर कोई साफ़ जानकारी नहीं थी लेकिन अब जो संकेत मिलने लगे हैं उसके तहत सूबे में हरियाणा के करनाल डिप्पो से वैक्सीन आएगी। इसके पीछे कारन भी है क्यों की राजस्थान के सबसे नजदीक प्राईमेरी स्टोरेज सेंटर हरियाणा का ही है। जयपुर से करनाल की दूरी करीब 400 किलोमीटर के आसपास ही है ऐसे में कम वक़्त और कम ट्रांसपोटेशन की लागत पर आसन से यहाँ भेजा जा सकता है। इसी तरह राजस्थान में जयपुर के अलावा, जोधपुर और उदयपुर में राज्यस्तरीय वैक्सीन स्टोरेज सेंटर बनाए गए हैं, करनाल से जोधपुर की दूरी 660 किलोमीटर और उदयपुर की दूरी 770 किलोमीटर ही है।ऐसे में कहा जा रहा है की यदि सड़क मार्ग से भी इस वैक्सीन को करनाल से राजस्थान के इन वैक्सीन सेंटर तक लाया जाता है तो यह जहाँ जयपुर महज 5 घंटे में ही पहुँच जायेगी वहीँ उदयपुर 10 घंटे और जोधपुर 8 घंटे के भीतर पहुँच जायेगी। हालाँकि हवाई मार्ग से आने पर इन तीनों ही वैक्सीन सेंटर वाले जिलों में इसके महज 1 से डेढ़ घंटे के भीतर पहुंच जाने की संभावना है।
राजस्थान में कोविशील्ड आएगी
वैक्सीन तो आ रही है लेकिन देश में बन रही तीन में से किस कंपनी की कंपनी की वैक्सीन राजस्थान को मिलेगी, इसे लेकर भी स्थितियां कुछ साफ़ होने लगी है। हालाँकि अभी सीरम इंस्टीटयूट आफ इण्डिया की कोविशील्ड और भारत बायोटेक और आईसीएमआर-एनआईवी की कोवैक्सीन को ही आपात उपयोग की मंजूरी मिली है। ऐसे में दोनों में से किसी को भी यहाँ भेजा जा सकता है लेकिन इसकी संभावना है की जिस तरह कोविशील्ड के 7 करोड़ से भी अधिक डोज़ के तैयार हो जाने का कंपनी दावा कर रही है, उसके अनुसार पहले चरण में इसी के राजस्थान में आने की संभावना है।
ड्राई आइस बॉक्स में आएगी वैक्सीन
जहाँ तक वैक्सीन को किस तापमान में रखा जाना है अब इसे लेकर भी स्थितियां काफी साफ़ हो गयी है। 2 से 8 डिग्री में तापमान में इन्हें मेंटेन करके रखना होगा , कहा जा रहा है की चाहे सडक मार्ग से यह राजस्थान पहुंचे या हवाई मार्ग से , वैक्सीन की डोज़ को ड्राई आईसबोक्स में ही रखकर लाया जाएगा। जिन्हें स्टोरेज सेंटर में पहुँचने पर वाल्क इन कूलर या वाक इन फ्रीज़र में शिफ्ट किया जाएगा।
4 लाख 25 हज़ार हेल्थवर्कर्स ने कराया वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन
चिकित्सा विभाग के अधिकारीयों के अनुसार अभी सबसे पहले हेल्थ वारियर्स को ही इसे पहले चरण में नि:शुल्क लगाया जाना है ऐसे में उनके रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है। अधिकारिक जानकारी के मिउताबिक अब तक प्रदेश में 4 लाख 25 हज़ार हेल्थ वर्कर्स ने “कोविन एप” के जरिये अपना रजिस्ट्रेशन भी करवा दिया है। इसे देखते हुवे राजस्थान में करीब 5 लाख हेल्थ वर्कर्स को पहले चरण में कोरोना वैक्सीनेशन किये जाने की डिमांड भेजी गयी है। चूँकि सभी को कोरोना से लड़ने के लिए दो डोज़ लगाए जाने हैं ऐसे में पहले चरण में इनके लिए 10 लाख डोज़ की जरुरत होगी।
Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 and Download our - News24 Android App. Follow News24 on Facebook, Google News.