नई दिल्ली: पंजाब के तरनतारन के भिखीविंड इलाके में रहने वाले शौर्य चक्र विजेता कामरेड बलविंदर सिंह के हत्यारों का अब तक पता नहीं चला है। बलविंदर सिंह के घरवालों को शक है कि हत्या के पीछे आतंकवादियों का हाथ हो सकता है। पुलिस आज बलविंदर के परिवार वालो को सुरक्षा गार्ड देने जा रही है।
कामरेड बलविंदर का अंतिम संस्कार आज दोपहर बाद किया जाएगा। कल बलविंदर के घर में घुसकर दो अपराधियों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी है। कामरेड बलविंदर सिंह ने पंजाब में आतंकवाद के दौर में आतंकियों का बड़ी बहादुरी से मुकाबला किया था। उनके जीवन पर कई टेली फिल्में भी बनी हैं। कामरेड बलविंदर शौर्य चक्र विजेता थे।
बताया जा रहा है कि कॉमरेड बलविंदर सिंह पर पहले भी कई बार हमला हो चुका है। जानकारी के मुताबिक, बलविंदर सिंह को पंजाब पुलिस द्वारा सिक्योरिटी दी गई थी, जो वापस ले ली गई थी। परिजनों के मुताबिक, सुबह दो शख्स मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए और उन्होंने हमारे घर का दरवाजा खटखटाया। कॉमरेड बलविंदर सिंह ने दरवाजा खोल कर उनको अंदर बुला लिया और इन दो व्यक्तियों में से एक व्यक्ति अंदर ऑफिस में आ गया, जिसने आते ही बलविंदर सिंह पर 4 गोलियां दाग दी और मौके से फरार हो गए।
संधू को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। हमलावरों की पूरी करतूत सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। परिवार को शक है कि यह हमला आतंकी हो सकता है। फिरोजपुर रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) हरदयाल सिंह मान ने कहा कि पुलिस व्यक्तिगत दुश्मनी सहित हत्या के सभी संभावित कोणों को देख रही है। हम जल्द ही इस मामले को क्रैक कर पाएंगे।
संधू और उनके भाई रंजीत सिंह और उनकी पत्नियों क्रमशः जगदीश कौर और बलराज कौर को 1993 में पंजाब में उग्रवाद के खिलाफ सशस्त्र संघर्ष के लिए '80 और 90' के दशक में शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। नागरिक परिवार तब से आतंकवादियों की हिट लिस्ट में है। संधू के परिवार ने आरोप लगाया कि इस साल की शुरुआत में उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई थी और वे लगातार पुलिस महानिदेशक (DGP) दिनकर गुप्ता से संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे ताकि पुलिस को उनके साथ फिर से जोड़ा जा सके।
संधू के बेटे अमृतसर के खालसा कॉलेज के छात्र संगठन में एक पदाधिकारी हैं और पुलिस इसे छात्र राजनीति के एंगल से भी देख रही है। संधू को भिखीविंड में कॉमरेड बलविंदर के रूप में जाना जाता था। वह और उनकी पत्नी जगदीश कौर माकपा कार्यकर्ता थे।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को इस हत्याकांड की जांच के लिए फिरोजपुर डीआईजी के तहत एक विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन का आदेश दिया। मान के अलावा, SIT में तरनतारन के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक धरमन निंबले और भिखीविंड के पुलिस उपाधीक्षक राजबीर सिंह शामिल हैं।
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