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News24
कुमार गौरव, नई दिल्ली, गृह मंत्री अमित शाह 23 जनवरी के बाद उत्तर प्रदेश के चुनावी रण में उतरेंगे। बीजेपी में बड़े स्तर पर उत्तर प्रदेश में जीत के लिए रणनीति तैयार की गई है । एक बड़े नेता का दावा है कि बीजेपी इस बार भी तीन सौ से ज्यादा सीटें जीतेगी। बीजेपी समाजवादी पार्टी को काउंटर करने के लिए मुलायम परिवार की बहू अपर्णा यादव को भी जल्द ही बीजेपी में शामिल करवाएगी।
गृह मंत्री अमित शाह 23 जनवरी के बाद उत्तर प्रदेश चुनाव में पूरा समय देंगे। पार्टी के अंदर जो रणनीति बनी है उसके मुताबिक अमित शाह सभी जिलों में रैली करेंगे। चुनाव आयोग के नियम के मुताबिक छोटी-छोटी रैलियां होंगी। इस दौरान वो हर जिले में जाएंगे और पूरे उत्तर प्रदेश का दौरा करेंगे।
आपको बता दें कि अमित शाह 2014 में पार्टी के महासचिव रहते हुए उत्तर प्रदेश में लोक सभा चुनाव का कार्यभार संभाला था और पार्टी को अपार सफलता दिलाई थी।
2017 के विधानसभा चुनाव में भी अमित शाह उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाते काफी सक्रिय रहे थे और बीजेपी को तीन सौ से ज्यादा सीटें मिली थी।
2019 के लोकसभा चुनाव में भी अमित शाह उत्तर प्रदेश में काफी सक्रिय रहे थे और पार्टी को अच्छी खासी संख्या में उत्तर प्रदेश में सफलता मिली थी।
बीजेपी के एक बड़े नेता के मुताबिक, बीजेपी ने पहले और दूसरे चरण के लिए उम्मीदवारों की जो सूची जारी की है उसमें सबसे ऊपर जीत को क्राइटेरिया रखा गया है। पहले और दूसरे चरण में घोषित सीट में से पिछली बार बीजेपी ने 83 सीटें जीती थी और इस बार भी उसे इतनी ही सीटें जीतने की उम्मीद है।
बीजेपी के बड़े नेता ने दावा किया कि पार्टी छोड़ कर जाने वालों से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। पार्टी को छोड़कर जाने वाले नेताओं के अंदर बीजेपी के अंदर उनकी जाति से जुड़े हुए नेता मजबूत हो रहे थे इसलिए बाहर से आए हुए इन नेताओं को परेशानी होने लगी। बीजेपी नेता का कहना है कि हम पार्टी में हर जाति से जुड़ा हुआ नेता तैयार कर रहे हैं,और इसी वजह से दूसरी पार्टी से आए हुए नेताओं को परेशानी हुई और उन्होंने भाजपा का दामन छोड़ समाजवादी पार्टी का दामन थामा है।
बागी नेता जो मुद्दे उठा रहे हैं, वे झूठ बोल रहे हैं। न तो किसी पिछड़े का आरक्षण रोका गया और न ही आरक्षण से जुड़ा कोई मुद्दा पेंडिंग हैं।
बीजेपी के सूत्रों ने एक बात और साफ कर दिया है कि किसी भी वर्तमान सांसद को इस बार विधानसभा चुनाव में नहीं उतारा जाएगा।
बीजेपी की चुनाव को लेकर जो रणनीति बनी है उसमें यह भी साफ कह दिया गया है एक परिवार में दो विधायक का टिकट नहीं दिया जाएगा। अगर कोई पहले से विधायक है तो अगर वह अपनी सीट छोड़ता है तो उसके परिवार को टिकट दिया जा सकता है लेकिन एक परिवार से 2 लोगों को विधायक का टिकट नहीं दिया जाएगा।
बीजेपी के सूत्र ने यह भी साफ किया है कि पिछले कुछ दिनों से जो अटकलें चल रही है कि बाबू सिंह कुशवाहा की पार्टी से बीजेपी का कोई गठबंधन होगा यह अफवाह है इसमें कोई सच्चाई नहीं है ।बाबू सिंह कुशवाहा की पार्टी से बीजेपी के किसी तरह का कोई गठबंधन नहीं होगा।
योगी आदित्यनाथ के अयोध्या से चुनाव न लड़ने के मुद्दे पर बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा की अयोध्या हमारे लिए बड़ा मुद्दा है लेकिन जहां तक उम्मीदवार का सवाल है । वह पार्टी तय करती है और योगी आदित्यनाथ जी को पार्टी ने यह तय किया है कि वह गोरखपुर शहरी क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे जो कि उनके संसदीय क्षेत्र के अंदर आता है।
बचे हुए उम्मीदवारों की सूची भी बीजेपी आने वाले दिनों में घोषित कर देगी। 19 जनवरी को एक बार फिर बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी। इसमें उत्तर प्रदेश समेत बाकी चुनावी राज्यों के उम्मीदवारों के नाम पर भी मुहर लगाई जाएगी।
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