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अविनाश पांडेय, न्यूज 24 ब्यूरो, नई दिल्ली (5 फरवरी): देश के कई जगहों पर संशोधित नागरिकता कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों के बीच इसपर सियासत भी जोरों पर है। महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री और शिवसेना (Shiv Sena) प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने एकबार फिर साफ किया है कि वो महाराष्ट्र में एनआरसी लागू नहीं होने देंगे। शिवसेना के मुखपत्र सामना (Saamana) में अपने इंटरव्यू में उद्धव ठाकरे ने कहा कि सीएए नागरिकता छीनने को लेकर नहीं है। यह देने के लिए है। हिंदुओं और मुसलमानों दोनों के लिए नागरिकता साबित करना मुश्किल होगा। मैं ऐसा होने नहीं दूंगा।
सामना में छपे लेख में शिवसेना प्रमुख ने कहा कि 'मैंने एनआरसी का विरोध किया मतलब मैं राष्ट्रद्रोही और आपने समर्थन दिया मतलब आप देशभक्त, ऐसा नहीं। अरे बाबा, वो एनआरसी आया कि आपको भी नागरिकता सिद्ध करने के लिए उस लाइन में खड़ा रहना होगा। आपके भी मां-बाप या परिवार होंगे, उन्हें भी ये कष्ट उठाना पड़ेगा। इसके अलावा महत्वपूर्ण मतलब, आदिवासियों का क्या होगा? जंगल और पहाड़ों में रहनेवाले आदिवासी कहां से जन्म का सबूत लाएंगे? बताओ जरा। आदिवासियों को जब ये पता चलेगा तब आदिवासी भी सड़क पर उतरेंगे।'
सामना में उद्धव ठाकरे ने आगे कहा है कि 'एनआरसी लाने की हिम्मत है क्या इनमें? फिर क्यों तुम यह भेदभाव कर रहे हो? उन्हें ऐसा दिखाना है कि हम घुसपैठियों को निकालना चाहते हैं परंतु ये निकालने नहीं दे रहे हैं। अर्थात ये देशद्रोही हैं. हो गया, उनका काम हो गया। चुनाव जीत गए। लेकिन अब यह नहीं होगा. क्योंकि एनआरसी का अर्थ लोग धीरे-धीरे समझने लगे हैं। नागरिकता सिद्ध करना सिर्फ मुसलमानों तक सीमित नहीं है बल्कि हिंदुओं को भी परेशानी होगी। मैं उस कानून को आने नहीं दूंगा। मैं मुख्यमंत्री की हैसियत से अथवा मुख्यमंत्री नहीं होउंगा फिर भी मैं किसी को भी किसी का अधिकार छीनने नहीं दूंगा।'
इतना ही नहीं शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने हिंदुत्व के मुद्दे पर भी बीजेपी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि हमारे विचार समान नहीं है। धर्म का इस्तेमाल करना और सत्ता हथियाना मेरा हिंदुत्व नहीं है। मैं एक ऐसा हिंदूराष्ट्र नहीं चाहता जो शांतिपूर्ण न हो। मैं ऐसे हिंदू राष्ट्र की परिकल्पना नहीं करता। उद्धव ठाकरे ने कहा कि 'मेरा हिंदुत्व बीजेपी के हिंदुत्व से अलग है।' उन्होंने आगे कहा कि 'वे हर समय कहते हैं कि हिंदू राष्ट्र होना चाहिए, लेकिन लोग एक दूसरे को मार रहे हैं और देश में अशांति का माहौल है। ये उनका हिंदुत्व नहीं है। यह वह नहीं है जो सिखाया गया है। जिन लोगों ने सत्ता हथियाने के लिए हिंदुत्व की गलत व्याख्या की, वे हिंदुत्व के हिमायती नहीं है।'
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(Image Credit: Google)
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