मनीष कुमार, नई दिल्लीः कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शन कर रहे किसानों ने टिकरी बॉर्डर और सिंघु बॉर्डर पर अपना डेरा बनाया हुआ है। हालांकि पंजाब से दिल्ली आए किसानों को बुराड़ी के निरंकारी मैदान पर प्रदर्शन की अनुमति दी गई है। लेकिन फिलहाल किसान अभी बॉर्डर पर जमे हुए हैं। जो किसान रामलीला मैदान पहुंचने की कोशिश कर रहे थे उन्हें पुलिस ने हिरासत में लेकर बुराड़ी के निरंकारी मैदान में लाकर छोड़ा।
हरियाणा के रास्ते दिल्ली की ओर कूच कर रहे किसानों को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश की इजाजत तो मिल गई, लेकिन वे अब भी सिंघु बॉर्डर पर डटे हैं। किसान का आंदोलन सिंघु बॉर्डर पर जारी रहेगा या वे बुराड़ी जाएंगे, इसका फैसला आज होगा।
किसान यूनियन के पंजाब के अध्यक्ष जगजीत सिंह का कहना है सरकार जब तक हमारी मांगें नहीं मानती, काले कानून वापस नहीं लेती, एमएसपी को लेकर चीजें साफ नहीं करती तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा।
बता दें कि ष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर जमा हजारों किसानों को उत्तरी दिल्ली के एक मैदान में शांतिपूर्ण प्रदर्शन की इजाजत मिलने के बाद शहर के आसपास शुक्रवार को सुबह से बना तनाव का माहौल उस कुछ हद तक खत्म हो गया। दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने ऐलान किया कि किसानों को दिल्ली में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। किसानों को निरंकारी समागम ग्राउंंड पर प्रदर्शन की अनुमति दी गई है।
इससे पहले एक वक्त ऐसा था जब लगा कि यह प्रदर्शन हिंसक होता जा रहा है। किसान हरियाणा से सटी दिल्ली की बॉर्डर पर पहुंच गए थे और दिल्ली में प्रवेश करना चाहते थे, लेकिन दिल्ली तथा हरियाणा पुलिस के साथ ही अन्य सुरक्षा बलों के साथ टकराव शुरू हो गया था। नीचे देखिए वीडियो। दिल्ली को हरियाणा से जोड़ती सिंधु बॉर्डर पर हजारों किसान जमा हो गए थे।
केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ 'दिल्ली चलो मार्च के तहत विभिन्न स्थानों पर जमा किसानों को रोकने के लिए घंटों तक पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछारों का भी प्रयोग किया लेकिन किसान नहीं माने। कई जगहों पर किसानों ने पथराव किया और बैरिकेड भी तोड़ डाले।
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