नई दिल्ली: कृषि कानून के विरोध में किसान संगठनों ने आज भारत बंद बुलाया। किसान संगठनों का ये भारत बंद सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक के लिए था। लेकिन सुबह से ही अलग-अलग राज्यों में इसका व्यापक असर दिखने को मिला। किसानों के समर्थन में देश के कई बड़े राजनीतिक दल भी सड़कों पर उतरे। दिल्ली से लेकर राजस्थान, यूपी से लेकर ओडिशा तक में किसानों के द्वारा बुलाए गए भारत बंद का असर देखने को मिला।
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों द्वारा बुलाए गए भारत बंद का असर दिखने लगा। सुबह से ही देश के अलग-अलग इलाकों में कई संगठन सड़कों पर उतर गए और प्रदर्शन करने लगे। उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा समेत अन्य राज्यों में ट्रेनें रोकी गई। हालांकि, किसान संगठनों ने सुबह 11 से दोपहर 3 बजे तक चक्का जाम की बात कही थी। किसानों इस बंद को कोई राजनीतिक दलों का भी समर्थन प्राप्त था।
बंद के आह्वान को कुछ मजदूर संघों ने भी समर्थन देने का एलान किया। हालांकि किसान नेताओं ने कहा है कि किसी को भी बंद में शामिल होने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा।
ताजा अपडेट...
- भारत बंद का असर अलग-अलग राज्यों में दिखा।
शहर-शहर भारत बंद का असर, कई जगह रोकी गई ट्रेन।
- बंगाल में ट्रेड यूनियन ने किसानों के समर्थन में मार्च निकाला।
- बिहार के दरभंगा में राजद कार्यकर्ताओं ने कानून के विरोध में टायर फूंक दिए।
- कर्नाटक में कांग्रेस के नेताओं ने विधानसभा के बाहर किसानों के भारत बंद का समर्थन किया।
- कर्नाटक के ही कलबुर्गी में लेफ्ट समर्थकों ने बस स्टेशन के बाहर प्रदर्शन किया।
तेलंगाना में भी दिखा बंद का असर
- बिहार में RJD कार्यकर्ताओं ने टायर फूंके।
- पश्चिम बंगाल में बंद का दिखा व्यापक असर
- झारखंड में बंद का दिखा असर
- किसानों के भारत बंद को देखते हुए अलग-अलग राज्यों में सुरक्षा बढ़ाई गई थी।
- बिहार में कड़ी सुरक्षा है और कानून व्यवस्था का उल्लंघन करने वालों पर एक्शन का निर्देश दिया गया ।
- दिल्ली के सिंधु बॉर्डर पर बंद को देखते हुए पुलिस तैनात किए गए।
- आंध्रप्रदेश में भी बंद का असर
- महाराष्ट्र में भारत बंद का असर, रोकी गई रेल
- ओडिशा में भारत बंद का असर
- प्रयागराज में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ट्रेन को रोका। भारत बंद के दौरान प्रदर्शन कर रहे सपा कार्यकर्ताओं ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस ट्रेन को रोक दिया और नारेबाजी की।
- लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्रों में धारा 144 लागू कर दी गई है। लखनऊ शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी पांच या इससे अधिक व्यक्तियों द्वारा जुलूस, धरना-प्रदर्शन, रैली और घेराव पर प्रतिबंध रहेगा।
किसानों ने सोमवार को सिंधु बॉर्डर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इस दौरान किसान नेता निर्भय सिंह धुडिके ने कहा, 'हमारा विरोध केवल पंजाब तक सीमित नहीं है. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो जैसे दुनिया भर के नेता भी हमें समर्थन दे रहे हैं. हमारा विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण है। 'वहीं किसान नेता डॉ. दर्शन पाल ने कहा कि मंगलवार को पूरे दिन बंद रहेगा. दोपहर 3 बजे तक चक्का जाम होगा। यह एक शांतिपूर्ण बंद होगा। हम अपने मंच पर किसी भी राजनीतिक नेता को अनुमति नहीं देंगे।
किसानों के भारत बंद की बड़ी बातें
- बंद सुबह से पूरे दिन तक चलेगा। इस दौरान सभी बाजार, दुकान, सेवाएं और संस्थान बंद रहेंगे।
- चक्का जाम दोपहर 3 बजे तक चलेगा।
- इस दिन किसान दूध, सब्जी फल आदि कोई उत्पाद बाजार लेकर नहीं जाएंगे।
- अस्पताल, एंबुलेंस और अन्य अनिवार्य सेवाओं को बंद से मुक्त रखा जाएगा। शादियों के सीजन को देखते हुए शादी से जुड़े सभी कामों को भी छूट दी जाएगी।
- भारत बंद पूरी तरह शांतिपूर्ण होगा। इसमें किसी भी तरह की तोड़फोड़, हिंसा या जबरदस्ती का कोई स्थान नहीं है।
- जो भी राजनीतिक दल भारत बंद का समर्थन करना चाहें, उन से निवेदन है कि वो अपना झंडा, बैनर छोड़कर किसानों का साथ दें।
Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 and Download our - News24 Android App. Follow News24 on Facebook, Telegram, Google News.