लखनऊ: कासगंज में पुलिसकर्मियों पर हमला करने के एक आरोपी को मुठभेड़ के बाद मार गिराया गया। हालांकि मुख्य आरोपी मोती धीमर घटना को अंजाम देकर अभी भी फरार है। पुलिस ने उसके भाई एलकार को एनकाउंटर में ढेर करने की पुष्टि की है।
फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम कासगंज घटना स्थल पर पहुंच गई है, जहां सिपाही की हत्या की गई और दरोगा को पीटा गया था। मौके से साक्ष्य जुटाने के लिए टीम और आला पुलिस अफसर क्राइम सीन की जांच भी कर रहे हैं।
एलकार और पुलिस के बीच मुठभेड़ सिढपुरा थाना क्षेत्र के नगला धीमर के निकट काली नदी किनारे हुई थी। इस मामले में सीएम योगी ने जांच के आदेश दे दिया है और अपराधियों पर रासुका लगाने के भी आदेश दिए है। पूरे जिले को छावनी में तब्दील कर दिया गया है और चार जिले की पुलिस मौके पर है।
कासगंज में क्या हुआ ?
यहां पर पुलिस की टीम पर अवैध शराब माफियाओ ने किया हमला। इन लोगों ने पुलिस को बंधक बनाकर उनके साथ जमकर मारपीट की। शराब माफियाओं ने एक सिपाही देवेन्द्र को बंधक बनाकर इतना पीटा की सिपाही की इलाज के दौरान मौत हो गयी। वहीं हमले में पुलिस का एक दरोगा अशोक बुरी तरह घायल हो गया।
घटना के बाद यूपी के प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया और गांव को छावनी में तब्दील किया गया। आसपास के चार जनपदों अलीगढ़ ,एटा, आगरा एवं हाथरस का फोर्स मौके पर पहुंची। शराब माफियाओं की तलाश में पूरी रात सर्च ऑपरेशन चलता रहा।
सीएम ने शहीद पुलिसकर्मी के परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और आश्रित को सरकारी नौकरी देने का आश्वासन दिया।
Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 and Download our - News24 Android App. Follow News24 on Facebook, Telegram, Google News.