नई दिल्ली: पैंगोंग झील के उत्तर और दक्षिण के किनारों पर सीमावर्ती इलाकों से दोनों देशों की सेना के पीछे हटने के बाद भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) लद्दाख में उन इलाकों में गश्त जारी रखेगी, जो भारत और चीन के बीच तनाव वाले इलाके नहीं थे। इन क्षेत्रों में तनाव के कारण पैट्रोलिंग में ठहराव आया था।
सीमा सुरक्षा बल उन क्षेत्रों में गश्त नहीं करेगा, जहां पर दोनों देशों के बीच अभी भी तनाव है या अन्य प्वाइंट जैसे कि देपसांग, गोगरा, हॉट स्प्रिंग्स और कोंगका ला जब तक फिर से गश्त की शर्तों या इन क्षेत्रों में पुराने गश्त की शर्तों की स्थिति भारतीय सेना ना बताई जाए।
अधिकारी ने एक अंग्रेजी अखबार को बताया कि हम वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) की हमारी धारणा क्षेत्र पर उन क्षेत्रों में गश्त करना जारी रखेंगे, जो तनाव वाले इलाके नहीं हैं। इनमें कुछ चरागाह, आंतरिक क्षेत्र और उत्तराखंड के साथ-साथ पूर्वी क्षेत्र में गश्त के बिंदु शामिल हैं।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पिछले गुरुवार को संसद को बताया था कि अन्य तनाव वाले बिंदुओं पर निर्णय पैंगोंग झील क्षेत्र से दोनों देशों की सेनाओं के पीछे हटने के 48 घंटों बाद उत्तर और दक्षिण दोनों पर चर्चा के दौरान लिया जाएगा।
राजनाथ सिंह ने कहा था कि समझौते के तहत, चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने अपनी सेना को उत्तरी बैंक में फिंगर 8 के पूर्व में और भारतीय सेना को अपने बेस में ट्रांसफर कर दिया है।
एक अन्य अधिकारी ने कहा, लद्दाख क्षेत्र में अपने बॉर्डर आउटपोस्ट्स (BOPs) में अभी के लिए यथास्थिति बनाए रखेगा, जो पिछले जून-जुलाई में 60 अतिरिक्त कंपनियों (लगभग 6,000 कर्मियों) द्वारा मजबूत किया गया था। गलवान घाटी संघर्ष के बाद पूर्वी लद्दाख में आईटीबीपी के अधिकांश बीओपी में कम से कम 25 से 30 अतिरिक्त कर्मियों को तैनात किया गया था। आमतौर पर प्रत्येक सीमा चौकी में 100 से 110 जवान तैनात किए जाते हैं।
अधिकारियों ने यह भी पुष्टि की कि बुनियादी ढांचे का विकास, सड़कों का निर्माण, जवानों की बैरकों/चौकियों का निर्माण और चीन के साथ 3,488 किलोमीटर लंबी सीमा पर सरकार द्वारा स्वीकृत 47 नए बीओपी जारी रहेगा। वास्तव में लगभग 17 करोड़ की लागत से बनी रणनीतिक पांगोंग त्सो झील के साथ लुकुंग घाटी में ITBP की पहली "जलवायु-नियंत्रित" BOP, वर्तमान में परीक्षण के अधीन है। अत्याधुनिक बीओपी के इस साल अप्रैल या मई तक आधिकारिक रूप से चालू होने की संभावना है।
Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 and Download our - News24 Android App. Follow News24 on Facebook, Telegram, Google News.