केजे श्रीवत्सन, जयपुर: जयपुर में कोरोना की स्वदेशी वैक्सीन 'को-वैक्सीन' का ट्रायल शुरू हो गया है। भारत बायोटेक की इस वैक्सीन का परीक्षण जयपुर में विद्याधर नगर स्थित एक अस्पताल में किया गया। करीब 70 वॉलंटियर्स को वैक्सीन की 0.5 एमएल की डोज दी गई और अब इनकी स्थिति और उनके शरीर पर होने वाले असर पर कड़ी निगाह रखी जा रही है। वैसे राजस्थान सरकार ने राज्य के 64 सेंटर पर 19 हजार से भी ज्यादा वैक्सीनेटर में इन्हें रखने की तैयारी की है।
जयपुर के एक अस्पताल में जैसे ही स्वदेश में निर्मित कोरोना की यह वैक्सीन ट्रायल के लिए पहुंची, इसे लेकर जबरदस्त उत्साह भी नज़र आया। वैक्सीन आने से पहले ही अस्पताल और दवा कंपनियों की तरफ से उन लोगों की सूची तैयार कर ली गयी थी, जिस पर की इनका ट्रायल होना था। वैक्सीन पहुंचने के साथ ही उन्हें इसकी डोज़ भी देना शुरू कर दिया गया। हालांकि जिन पर ट्रायल किया जा रहा है, नियमानुसार उनसे जुड़ी सभी जानकारियां दवा कंपनी और अस्पताल द्वारा पूरी तरह से गुप्त ही रखी गयी है।
हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक ने नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के साथ मिलकर इस को-वैक्सीन को तैयार किया है। इस वैक्सीन के दो फेज के ट्रायल हो चुके हैं। इसमें पहले फेज के परिणाम ICMR ने कुछ दिन पहले जारी किए है, जो काफी सकारात्मक रहे हैं। यह तीसरे फेज का ट्रायल है। ऐसे में ट्रायल को लेकर लोगों में भय अब कम हो गया है। इसके रिजल्ट भी उत्साहित करने वाले है और वॉलंटियर्स को कन्वेंस करने में बहुत ज्यादा वक़्त भी यहां नहीं लगा। जिन वॉलंटियर्स को डोज दी जा रही हैं, उनकी लगातार टेलीफोन पर मॉनिटरिंग की जाएगी। इस डोज के बाद 28 दिन बाद दूसरी डोज दी जाएगी।
इससे पहले जयपुर में जायडस कैडिला कंपनी की बनाई ZyCov-D नाम की वैक्सींन का ट्रायल हुआ था। कंपनी का ये ट्रायल दूसरे फेज का था, जिसके परिणाम अभी आने हैं। ऐसे में जहां क्लिनिकल परिक्षण का दौर जारी हैं, वहीं जयपुर, जोधपुर और उदयपुर में मुख्य वैक्सीन स्टोर बनाने के काम में भी तेजी ला दी गयी है। जानकारी के मुताबिक 64000 वैक्सीन सेंटर पर वैक्सीन रखा जाएगा और इसके लिए 19000 वैक्सीनेटर तय किए गए हैं। किस तापमान में वैक्सीन रखी जाएंगी, इसके लिए भी अलग-अलग टेम्प्रेचर लेवल पर वैक्सीन स्टोर तैयार किए गए हैं। यदि 2 से 8 डिग्री तक में रखी जाने वाली वैक्सीन आती है तो राजस्थान में इस टेम्प्रेचर में 3 करोड़ वायल रखने की क्षमता है और यदि माइनस 15 से माइनस 25 डिग्री सेल्सियस वाली वॉयल आती हैं तो इसके लिए 1 करोड़ की क्षमता वाले स्टोर तैयार किए जा चुके हैं। बस दवा के तीसरे और अंतिम चरण के ट्रायल के रिजल्ट और सरकार द्वारा इसे लगाए जाने के लिए आने अले गाईडलाइंस का ही इंतजार है।
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