नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को लोकसभा में केंद्रीय बजट पर चर्चा के जवाब में कहा कि महामारी ने सरकार को सुधारों के लिए बाध्य नहीं किया, जो देश की अर्थव्यवस्था के निरंतर विकास को सुनिश्चित करेगा। वित्त मंत्री ने कहा, "बजट सुधारों को जोड़ता है और आने वाले दशकों में भारत को दुनिया की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनाने के लिए प्रोत्साहन प्रदान करने का एक तत्व है। बजट में एक साहसी दृष्टिकोण लिया गया है।"
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के 'हम दो, हमारे दो' का हवाला देते हुए लोकसभा में उठाया और सरकार पर कृषि कानूनों को लेकर हमला किया था। उन्होंने कहा कि सालों पहले एक परिवार नियोजन नारा था - हम दो और हमारे दो, लेकिन जैसे कोरोना दूसरे रूप में वापस आया है, इस नारे ने भी वापसी की है। आज चार लोग देश चलाते हैं।
निर्मला सीतारमण ने उसी नारे का इस्तेमाल किया और कहा कि कांग्रेस "बहुत अच्छी योजनाओं" के साथ आती है, लेकिन इसमें उन योजनाओं का सही इस्तेमाल करने की इच्छाशक्ति की कमी है, क्योंकि वे योजनाएं केवल पूंजीपतियों और 'हम दो, हमारे दो' के लिए हैं। सीतारमण ने कहा, "मनरेगा को जन्म देने का श्रेय ले लो, लेकिन श्रमिकों को पैसा देने के लिए इसका कुप्रबंधन करने का श्रेय भी लो।"
वित्त मंत्री ने कहा, ''हम दो, हमारे दो' यह है कि हम 2 लोग हैं, जो पार्टी की देखभाल कर रहे हैं और 2 अन्य लोग हैं, जिनका मुझे ध्यान रखना है, बेटी और दामाद। हम ऐसा नहीं करते हैं। 50 लाख सड़क रहड़ी-पटरी वालों को 1 वर्ष के लिए पूंजी के रूप में 10,000 रुपये दिए जाते हैं। वे पूंजीपति नहीं हैं।''
भारत की आजादी के बाद के लाइसेंस कोटा राज की परंपरा पर हमला करते हुए सीतारमण ने कहा, "यह बजट प्रधानमंत्री के अनुभव पर आकर्षित करता है, जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे। उन्होंने देखा कि कैसे लाइसेंस राज ने भारत की अर्थव्यवस्था को बाधित किया।" वित्त मंत्री ने कहा, ''कांग्रेस क्यों पहले कृषि कानूनों का समर्थन करती थी और अब बदल गई। किसानों को इतना ज्ञान देने वाली कांग्रेस बहुत से राज्यों में चुनाव जीतने के लिए कहती थी कि हम कृषि लोन देंगे लेकिन मध्य प्रदेश में यह लागू नहीं हुआ। कांग्रेस ने वोट लिया और किसानों को गुमराह किया।''
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि यह बजट नीतियों पर आधारित है। हमने अर्थव्यवस्था को खोला और कई सुधार किए। भाजपा ने लगातार भारत, भारतीय व्यवसाय और अर्थव्यवस्था की मजबूती पर विश्वास किया। यह जनसंघ से लेकर अभी तक चल रहा है। भारतीय उद्यम जिस सम्मान के हकदार थे, हमने वह दिया है।
सीतारमण ने कहा कि सवाल था कि आपने खेती के बजट को 10 हजार करोड़ क्यों कम किया? आपको किसानों की चिंता नहीं है? इसे ठीक से नहीं समझा गया, क्योंकि पीएम किसान सम्मान योजना के शुरू होने से लेकर 10.75 करोड़ किसानों के बैंक खातो में 1.15 लाख करोड़ ट्रांसफर किया गया।
Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 and Download our - News24 Android App. Follow News24 on Facebook, Telegram, Google News.