नई दिल्लीः केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीनों कृषि कानून के विरोध में किसानों का 76 वें दिन भी आंदोलन जारी है। सरकार और किसान संगठनों की माथापच्ची के बाद भी कोई बीच का रास्ता नहीं निकल सका है। सरकार कृषि कानूनों में संशोधन करने को तैयार है, लेकिन किसान रद्द करने की मांग पर अड़े हैं।
वहीं किसानों के समर्थन में अलग-अलग राज्यों में महापंचायत हो रही हैं, जिससे आंदोलन को और ताकत मिल रही है। मंगलवार को हरियाण के पिहोवा में किसान महापंचायत संपन्न हुई, जिसमें किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत भी शामिल हुए।
राकेश टिकैत ने कहा महापंचायत में केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि आंदोलन आगे बढ़ता रहेगा और यह पूरे देश में फैलेगा। 4 लाख नहीं बल्कि अब 40 लाख ट्रैक्टरों की रैली निकलेगी।
महापंचायत के बाद राकेश टिकैत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने जिंदगी में कभी आंदोलन नहीं किया है, बल्कि उन्होंने देश को तोड़ने का काम किया है तो उन्हें आंदोलनजीवी के बारे में क्या पता। उन्होंने कहा कि आंदोलन तो शहीद भगत सिंह ने किया। यहां तक कि लालकृष्ण आडवाणी ने भी आंदोलन किया है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने कभी कोई आंदोलन नहीं किया।
किसानों के आंदोलन के बारे में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि दो अक्टूबर तक तो किसान आंदोलन जारी रहेगा ही, लेकिन इसके बाद भी आंदोलन रुकेगा नहीं बल्कि अब किसान बदल-बदल कर आंदोलन की जगह पर पहुंचेंगे। आंदोलन का स्तर अब देशव्यापी होगा।
बता दें कि पीएम मोदी की किसानों से अपने आंदोलन को खत्म करने की अपील पर राकेश टिकैत ने कहा कि भूख पर व्यापार नहीं होना चाहिए। ऐसा करने वालों को बाहर निकाल दिया जाएगा। अगर वो बातचीत करना चाहते हैं, तो हम तैयार हैं, लेकिन हमारा पंच भी वही है और मंच भी वही है।
इन कानूनों को वापस लेकर, एमएसपी पर कानून बनाना चाहिए। इस बीच कृषि कानून के विरोध में कल उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में भी महापंचायत बुलाई गई है। राष्ट्रीय लोक दल के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी इस किसान महापंचायत को संबोधित करेंगे। खुर्जा विधानसभा के गांव फिरोजपुर में यह महापंचायत होगी।
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