नई दिल्ली: आज बाबरी विध्वंस की बरसी है। आज ही के दिन 6 दिसंबर 1992 को करीब साढ़े चार सौ पुरानी बाबरी बाबरी मस्जिद ढहा दी गयी थी। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद रामजन्मभूमि -बाबरी मस्जिद विवाद समाधान होने के बाद अयोध्या में भव्य राममन्दिर का काम जोरशोर से चल रहा है। वरिष्ठ पत्रकार और न्यूज़ 24 के असिस्टेंट एडिटर प्रभाकर कुमार मिश्रा ने अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर आधारित पुस्तक पुस्तक लिखा है। पेंगुइन प्रकाशन से प्रकाशित पुस्तक 'एक रुका हुआ फैसला' में प्रभाकर कुमार मिश्र ने अयोध्या विवाद को लेकिन सुप्रीम कोर्ट में चली चालीस दिन की ऐतिहासिक सुनवाई का विस्तृत ब्यौरा दिया है। इस पुस्तक में अयोध्या विवाद से जुड़ी कानूनी और सियासी पहलुओं पर भी विस्तार से चर्चा किया गया है।
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान शिया - सुन्नी तो आमने सामने थे ही, हिंदू पक्षकारों में भी एक राय नहीं थी। कई मौकों पर इनका आपसी विरोध कोर्ट में दिखा। सुन्नी पक्ष तो शिया पक्ष के वकील की दलीलों को सुनने को ही तैयार नहीं था! हिंदू पक्षकारों में निर्मोही की दलीलें कई बार हिन्दू पक्ष के केस को कमज़ोर करती दिख रही थीं। 'एक रुका हुआ फैसला' में इस अंतर्विरोध पर विस्तार से चर्चा किया गया है।
सुप्रीम कोर्ट को क्यों अनुच्छेद 142 के तहत दिए गए अपने विशेष अधिकार का प्रयोग करना पड़ा? कोर्ट ने अपने फैसले में इसके किये क्या तर्क दिया, यह जानना बहुत दिलचस्प है। प्रभाकर कुमार मिश्र की पुस्तक में इस पर चर्चा की गई है। सुनवाई के दौरान कोर्ट में 'हिंदू तालिबान' की चर्चा क्यों हुई, अयोध्या मामले में फैसला सुनाने के पहले कोर्ट को एक और फैसला क्यों सुनाना पड़ा, अयोध्या के फैसले से लाहौर के मस्जिद का क्या सम्बंध है, लेखक ने ऐसी बहुत सारी ऐसी बातों को इस पुस्तक में लिखा है जिससे अयोध्या विवाद को समझने में मदद मिलती है।
अयोध्या मामला सुप्रीम कोर्ट में करीब दस साल तक सुनवाई का इंतजार करता रहा। सुप्रीम कोर्ट के चार जजों की ऐतिहासिक प्रेस कांफ्रेंस, तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश जस्टिस के खिलाफ महाभियोग की तैयारी से अयोध्या केस का क्या सम्बंध था! जस्टिस रंजन गोगोई को क्यों कहना पड़ा कि नियत समय में अगर फैसला आ जाता है तो किसी चमत्कार से कम नहीं होगा, और जस्टिस गोगोई ने इसे कैसे संभव किया, 'एक रुका हुआ फैसला' पढ़ने पर सभी सवालों का जवाब मिल जाता है।
Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 and Download our - News24 Android App. Follow News24 on Facebook, Telegram, Google News.