नई दिल्लीः बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) की तारीख जितनी नजदीक आ रही है उतनी ही नेताओं में बयानबाजी बढ़ती जा रही है। सीधा मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच माना जा रहा है, लेकिन अन्य राजनीतिक दल भी सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं। ऐसे में एनडीए से अलग होकर चुनाव लड़ने वाली लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) नीतीश कुमार की गले की फांस बनी हुई है। अब एलजेपी को बिहार चुनाव में 'वोटकटवा पार्टी कहने के मुद्दे पर पार्टी अध्यक्ष चिराग पासवान का दर्द सामने आया है। चिराग पासवान ने कहा है कि बीजेपी नेताओं की ओर से इस तरह की भाषा का इस्तेमाल किए जाने से वो दुखी हैं।
चिराग पासवान ने कहा, 'बीजेपी के 'वोटकटवा' कहने से मैं निराश हूं। मैं निराश हूं कि बीजेपी के नेता वोटकटवा जैसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। मुझे पता है कि बीजेपी नेताओं पर दबाव है। मैं उनकी समस्या को समझ सकता हूं, वे बिहार के सीएम के दबाव में हैं। निश्चित रूप से हम बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के बयान से खुश नहीं हैं, लेकिन मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अंधसमर्थक हूं।
चिराग पासवान ने कहा, 'मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैं पीएम नरेंद्र मोदी का अंधसमर्थक हूं और मैं उन्हें अपने नेता के रूप में सम्मान देता हूं। चिराग पासवान ने कहा कि हम अपने घोषणापत्र, अभियान सामग्री में पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीर का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। इसके साथ ही चिराग पासवान ने कहा, '10 नवंबर को सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा, जब बिहार में बीजेपी-एलजेपी गठबंधन के तहत वास्तविक डबल इंजन की सरकार बनेगी।
मुझे पता है कि सीएम अपनी बिहार रैली के दौरान पीएम मोदी को मेरे खिलाफ बोलने के लिए मजबूर करेंगे। बता दें कि केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बयान जारी करते हुए कहा कि एलजेपी बिहार के चुनाव में कोई प्रभाव नहीं डाल पाएगी। एलजेपी बिहार के चुनावों में सिर्फ एक वोटकटवा पार्टी बनकर रह जाएगी। प्रकाश जावड़ेकर ने स्पष्ट किया है कि बिहार में केवल चार पार्टियां (बीजेपी, जेडीयू, हम और वीआईपी) ही साथ मिलकर चुनाव लड़ रही हैं।
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