नई दिल्ली: भारत और चीन जंग जल्द हो सकती है, क्योंकि चीन की सेना पिछले 33 सालों में सबसे ज्यादा अलर्ट मोड पर आ चुकी है। पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के दक्षिणी किनारे पर भारतीय सेना के जवाबी कार्रवाई से बौखलाए चीन ने सेना की जंगी तैयारी को दूसरे सर्वोच्च अलर्ट पर रख दिया।
हालांकि चीन सेना की लड़ाकू तैयारी को भारत और चीन के विदेश मंत्रियों के बीच मुलाकात के बाद कम कर दिया गया। इस दौरान बड़े पैमाने पर सैनिकों और हथियारों को अग्रिम मोर्चों पर तैनात किया गया था। चीनी अखबार साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने चीनी सेना के सूत्रों के हवाले से बताया कि इससे पहले इस इलाके में अलर्ट का ये स्तर 1987 में हुआ था। उस समय सुमदोरोंग चू घाटी में भारत-चीन के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया था और युद्ध की नौबत आ गई थी।
पीएलए में अलर्ट के चार स्तर हैं। पहला स्तर उस समय लागू किया जाता है, जब सैन्य कमांडरों को लगता है कि अब युद्ध होकर रहेगा। भारतीय फौजियों के हल्लाबोल से चीन इतना घबराया हुआ है कि जिनपिंग और उसकी रेड आर्मी को युद्ध का डर सता रहा है। 40 सालों से चीन की सेना कोई जंग नहीं लड़ी है, इसलिए हार के डर से उसका कलेजा कांप रहा है। यही वजह है कि उसने अपनी सेना को दूसरे सर्वोच्च अलर्ट पर रख दिया है।
दूसरे स्तर के अलर्ट का मतलब
दूसरा लेवल उस समय लागू होता है जब युद्ध की संभावना दिन-ब-दिन बढ़ती जाती है। नीचे के दो लेवल इससे छोटे होते हैं। 3 और चार नंबर के लेवल को चीनी फौज समय समय पर अपने जरूरत और हालात के मुताबिक लागू करती रहती है।
दूसरे लेवल के अलर्टनेस के तहत चीन की तैयारियां
दूसरे लेवल के अलर्ट के तहत चीन ने एलएसी पर बड़ी तादाद में गोला-बारूद, मिसाइल, टैंक और फाइटर जेट्स की तैनाती कर दी है। उसने अपने एयर डिफेंस सिस्टम को भी तैनात कर दिया है। इस वक्त एलएसी पर चीन के करीब 50 हजार जवान मौजूद हैं। सिर्फ पैंगोंग इलाके में 10 हजार के करीब चीनी जवान तैनात हैं। इसके अलावा रेड आर्मी तिब्बत में चौबीसों घंटे लगातार युद्ध का अभ्यास कर रही है।
युद्ध की आशंका को देखते हुए चीन ने तिब्बत स्थित अपने एयरबेस पर बम बरसाने वाले खतरनाक फाइटर जेट को भी मुस्तैद कर दिया है। बताया जा रहा है कि ये बॉम्बर पूरी तरह से अलर्ट पर हैं। चीन ने फार्वर्ड पोस्ट पर अपने JH-7 बॉम्बर की भी तैनाती कर दी है। तिब्बत में चीन के तीन एयरबेस हैं। इनके नाम हैं काशगर, होटान और नागरी गुन्सा। ड्रैगन ने अपने इन्हीं फार्वर्ड मोर्चे के एयरबेस पर JH-7 की तैनाती कर रखी है। सैटेलाइट तस्वीरों के जरिए इस बात के सबूत मिले हैं कि चीन के बॉम्बर हथियारों के साथ पूरी तरह से तैयार हैं।
चीन की अलर्टनेस को देखते हुए भारत ने भी कमर कस ली है। चीन की साजिशों को नाकाम करने के लिए हिंदुस्ताने भी बराबर की ताताद में जवान, फाइटर जेट, गोला बारूद अपने फार्वर्ड पोस्ट पर पहुंचा दिए हैं। ताकि अगर जंग हो, तो आर और पार वाली हो। जिससे चीन की चीख निकल जाए।
Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 and Download our - News24 Android App. Follow News24 on Facebook, Telegram, Google News.