नई दिल्ली: बुंदेलखंड जल्द ही जैविक खेती का केन्द्र बनकर उभरेगा। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके संकेत दिए हैं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार देश के सामने बुंदेलखंड को विकास के अभिनव मानक के रूप में स्थापित करना चाहती है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, डिफेंस कॉरिडोर और पर्यटन विकास के विभिन्न कार्यों के साथ हम बुंदेलखंड को जैविक खेती का केंद्र बनाना चाहते हैं। इससे जहरीली रासायनिक खादों से मुक्ति तो मिलेगी और उत्पाद की कीमत अधिक मिलने से किसान भी खुशहाल होंगे।
योगी ने किसानों को जैविक और जीरो बजट कृषि के प्रति जागरुक करने की भी बात कही है। कहा जा रहा है कि इस पहल से बुंदेलखंड को अन्ना प्रथा से निजात मिलेगी और किसान अच्छे नस्ल के गोवंश पालने के लिए प्रेरित होंगे। शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चित्रकूट धाम मंडल के विकास कार्यों की जिलावार समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बुंदेलखंड 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से इस पिछड़े माने जाने वाले क्षेत्र में विकास की गति तीव्र करने के प्रयास किए जा रहे हैं। बुंदेलखंड के प्रत्येक घर के साथ हर खेत तक पानी पहुंचाने की प्रतिबद्धता दोहराते हुए उन्होंने कहा कि केन-बेतवा लिंक परियोजना के अमल में आने पर यह संकल्प पूरा होगा। इसके जरिए हम हर खेत तक पानी पहुंचाने में सफल होंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने हमीरपुर और महोबा के जिला चिकित्सालयों को उच्चीकृत करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए जिले के खनन कोष का इस्तेमाल करें, जो राशि कम पड़ेगी, वह शासन से उपलब्ध कराई जाएगी।
उच्चीकृत 300 बेड वाले मंडलीय संयुक्त जिला चिकित्सालय, बांदा को पूरी गुणवत्ता के साथ तय समयावधि में पूरा करने और हमीरपुर में एल-3 कोविड अस्पताल स्थापित करने के निर्देश दिए गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रमुख सचिव कृषि को कृषि विश्वविद्यालय बांदा में नई फैकल्टी का चयन प्राथमिकता के आधार पर पूरा कराने का निर्देश दिया। इसके साथ ही प्रमुख सचिव वन को चित्रकूट में मानिकपुर से कल्याणपुर होते हुए धारकुंडी आश्रम तक जाने वाले मार्ग के निर्माण में आ रहे गतिरोधों को इस सप्ताहांत तक निस्तारित करने की बात कही।
बांदा जिले की समीक्षा के दौरान उन्होंने गोस्वामी तुलसीदास की जन्मस्थली राजापुर और महर्षि वाल्मीकि की पुण्यस्थली लालापुर को जोड़ने की कार्ययोजना बनाने को कहा है। साथ ही जिलाधिकारी चित्रकूट को परिक्रमा मार्ग को सुविधाजनक बनाने की कार्ययोजना तैयार करने को भी कहा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसी भी पटल पर तीन दिन और विभागीय मुख्यालय में पत्रावलियां सात दिन से अधिक लंबित न रहें, अन्यथा जवाबदेही तय की जाएगी।
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