विनोद जगदाले, मुंबई: कोरोना वैक्सीनेशन की तैयारी को लेकर बीएमसी में आज एक अहम बैठक हुई। इस बैठक में वैक्सीनेशन की मौजूदा तैयारीयों का जायजा लिया गया। मुंबई के चार बड़े बीएमसी अस्पतालों में और एक अन्य इमारत में वैक्सीन रखने की योजना बनायी गई हैं। वैक्सीनेशन के लिए बीएमसी 500 टीमें बना रही हैं।
कोरोना से जारी कहर के बीच मुंबईकरों के लिए दो राहत की खबर हैं। पहला यह कि मुंबई में कोरोना संक्रमण अब धीरे-धीरे कम हो रहा हैं। दूसरा कोविड-19 वैक्सीनेशन को लेकर तैयारी युद्धस्तर पर शुरू हो गई हैं। वैक्सीन के स्टोरेज, ट्रांसपोर्टेशन और टीकाकरण को लेकर ब्लू प्रिंट तैयार कर ली गई हैं। आज बीएमसी के कोविड टास्कफोर्स बैठक भी हुई।
बीएमसी के मुताबिक, सायन अस्पताल, नायर अस्पताल, केईएम अस्पताल और कूपर अस्पताल में वैक्सीन को रखा जाएगा। इसके अलावा बीएमसी के कांजुरमार्ग स्थित एक इमारत में भी कोल्ड स्टोरेज सेंटर बनाया जा रहा हैं, जहां वैक्सीन को स्टोर किया जाएगा।
-20 से -80 डिग्री तक के तापमान वाले रेफ्रीजरेटर तैयार हैं, जहां वैक्सीन को स्टोर किया जा सकता हैं।
इन चारों अस्पतालों में और अन्य 4 जगहों पर वैक्सीनेशन बूथ सेंटर बनाये जायेंगे।
अहतियात के तौर पर वैक्सीनेशन सेंटर्स पर एमरजेंसी डॉक्टरों की टीम हर वक्त मौजूद रहेगी ताकि वैक्सीनेशन के बाद अगर किसी व्यक्ती का स्वास्थ बिगडता हैं तो उसे तुरंत उपचार दिया जा सके।
3 चरणों में दी जाएगी वैक्सीन
सबसे पहले जो हेल्थ वर्कर्स कोरोना पेशेंट्स के ट्रीटमेंट में लगे हुए और सफाई कर्मचारी को वैक्सीन दी जाएगी, जिनकी संख्या लगभग 1 लाख 25 हज़ार है। उसके बाद पुलिस, ट्रांसपोर्टेशन के साथ जो व्यक्ति भी कोविड से लड़ाई में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ा हुआ है, उन्हें वैक्सीन दी जाएगी। उसके बाद तीसरे और आख़िरी चरण में 50 साल से ऊपर के उम्र के व्यक्ति और जिनको कुछ बीमारी है, उनको टीका दिया जाएगा।
पहले चरण में 125000 हेल्थ केयर वर्कर्स को यह टीका दिया जाएगा और यह 10 से 15 दिन के अंदर सारे हेल्थ वर्कर्स को यह वैक्सीन दे देंगे। उसके 21 या 28 दिन बाद दूसरा डोज़ इन्हें दिया जाएगा। चार मेडिकल कॉलेज में 1.5-2 लाख तक वैक्सीन टेम्पररी तरीके से स्टोर करने की कैपेसिटी बीएमसी ले पास है। साथ ही परमानेंट स्टोरेज के लिए कांजुरमार्ग में 5 मंजिला इमारत के 3 मंजिल बीएमसी ने वैक्सिन स्टोरेज के लिए ली है।
बीएमसी को केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने बताया है कि बीएमसी पास दो तरह के वैक्सीन आ सकते हैं। पहले वैक्सीन के लिए -20 से -80 तक के टेंपरेचर की जरूरत रहेगी, जबकि दूसरे में -15 से -25 तक के टेंपरेचर की जरूरत रहेगी और इसी हिसाब से बीएमसी स्टोरेज की तैयारी कर रही हैं।
जिन लोगों का वैक्सीनेशन किया जाना हैं, उनके नामों का रजिस्ट्रेशन शुरू हैं। फ्रंट लाइन वर्कर सहित कुल 1 लाख 25 हजार लोगों का रजिस्ट्रेशन हो चुका हैं। मुंबई की आबादी करीब 2 करोड़ है़। अभी तो बीएमसी के पास वैक्सीन स्टोरेज के लिए पर्याप्त जगह हैं, लेकिन अगर जरुरत पड़ी तो खाली पड़े स्कूल, कॉलेज, शादी के हॉल को कोल्ड स्टोरेज में तब्दील किया जाएगा।
पहले चरण में बीएमसी पास 8 वैक्सीनेशन सेंटर रहेंगे। 4 मेडिकल कॉलेजेस और 4 बीएमसी के अस्पताल में यह टीका दिया जाएगा।। इन सेंटर तक ट्रांसपोर्टेशन का मोड़ और तरीका सब तय कर लिया है। इसके लिए 500 टीम बनाई है। हर टीम में 5 लोग रहेंगे। एक व्यक्ति वैक्सीन देने वाला, एक जांच पड़ताल करने वाला, दो सपोर्ट स्टाफ और एक सिक्योरिटी पर्सनल। बीएमसी के पास 300 कोल्ड चेन बॉक्सेस है, जिसमें उतना ही टेंपरेचर रहेगा जितना कि कोल्ड स्टोरेज में वैक्सीन स्टोर करने के लिए मुहैया कराया जाता है।
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