केजे श्रीवत्सन, जयपुर: राजस्थान में इन दिनों सरकार गिराने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त के प्रलोभन वाले आरोप-प्रत्यारोपों का जिन्न फिर से बाहर निकल आया है। कांग्रेस के एक विधायक ने सरकार का साथ देने वाली ट्राईबल पार्टी पर 10 करोड़ रूपये लेने का खुलकर आरोप लगाया। सीएम अशोक गहलोत ने बयानबाजी को गंभीरता से लेते हुए अपनी सरकार को गिराए जाने की कोशिश किए जाने और कोरोनाकाल में भी नकारात्मक राजनीती से बीजेपी को बाज़ आने को कहा है। उधर, बीजेपी ने अपने ऊपर लगे सरकार गिराने के आरोपों को बेबुनियाद और कांग्रेस सरकार की हताशा का नतीजा बताया।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुलकर बीजेपी पर उनके केंद्रीय नेताओं के दबाव में सरकार को गिराने की कोशिश का आरोप लगाया है। गहलोत की माने तो कोरोनाकाल में भी पिछले कई दिनों से भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने प्रदेश में नकारात्मक राजनीति का माहौल बनाया है। उन्होंने भाजपा के नेताओं द्वारा सरकार गिराने और कोरोना की रोकथाम के सम्बन्ध में दिये जा रहे बयान प्रदेश की राजनीति का स्तर गिराने वाला बताया।
गहलोत ने कहा कि कोरोनाकाल में जहां उनकी सरकार लोगों की जान बचाने की कोशिश में जुटी हुई हैं, वहीं बीजेपी के प्रतिपक्ष के नेता गुलाब कटारिया ने 6 महीने में कांग्रेस सरकार के गिराए जाने, अरुण चतुर्वेदी ने मध्यावधि चुनाव होने, केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सरकार के डगमगाने और बीजेपी सांसद जसकौर मीणा ने पैसे के खातिर विधायकों के सरकार को छोड़कर कभी भी जाने के बयान भाजपा की लोकतंत्र विरोधी सोच को उजागर करते हैं। गहलोत ने बीजेपी पर धनबल और बाहुबल के आधार पर राजस्थान की सरकार को अस्थिर करने के प्रयास का आरोप लगाते हुए इसे राजनीती के स्तर के गिराने वाला बताया और नकारात्मक राजनीती से बाज आने को कहा है।
राजस्थान केबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा, 'बार-बार बीजेपी नेता बोल रहे हैं कि यह सरकार गिर जायेगी। गहलोत ने पहले ही बोला था कि अमित शाह और मोदी मिलकर उनकी सरकार गिराना चाहते हैं और वे उसे गिरने नहीं देंगे। तब ये ही बीजेपी वाले बोलते थे कि इस षडयंत्र में उनका कोई हाथ नहीं है, लेकिन अब कटारिया खुद सरकार गिरने की बात कहकर हमारे आरोपों को सही साबित कर रहे हैं। यह भी साबित हो गए हैं कि बीजेपी के नेता ही इसमें शामिल है, लेकिन बीजेपी नेता कितना भी षडयंत्र कर ले साकार नहीं गिरेगी। भगवान का आशीर्वाद और जनता का विश्वास सरकार के साथ है। हम जनता के लिए और भी बेहतर तरीके से काम करेंगे।'
अचानक फिर से उठे इस विवाद के पीछे बांसवाडा से सामने आए कांग्रेस विधायक का एक बयान माना जा रहा है। बागीदौरा से कांग्रेस विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने सरकार को समर्थन देने वाले ट्राईबल पार्टी के दोनों विधायकों पर राज्यसभा चुनाव और फिर सियासी संकट के समय 10 करोड़ रूपये लेने का आरोप लगा दिया। महेंद्र जीत सिंह ने कहा कि डूंगरपुर वाले दोनों विधायकों ने 10 करोड़ रुपये लिए हैं। राज्यसभा चुनाव के दौरान 5-5 करोड़ रूपये और सरकार पर सियासी संकट के दौरान अलग से 5-5 करोड़ रूपये। मुझे तो कोई 10 करोड़ रूपये दे दे तो मैं चुपचाप घर चला जाऊ, लेकिन बीटीपी के दोनों विधायको को पैसा खाकर मस्ती सूझी है।'
जाहिर था कि कांग्रेस विधायक के इस बयान के बाद बवाल तो मचाना ही था। बयान आते तो सीएम गहलोत को भी बीजेपी पर सरकार गिराने के इस खेल में शामिल होने का आरोप लगाते हुए पलटवार करना ही पड़ा। वहीं राजस्थान बीजेपी ने इस पर पलटवार करते हुए सीएम गहलोत के इन सभी आरोपों को बेबुनियादी और पिछले 2 सालों में सरकार की हर मोर्चे पर हुए हार की विफलता का नतीजा बताया है। बीजेपी नेताओं की माने तो पूर्व में भी जब इस साल के मध्य में अशोक गहलोत की सरकार अस्थिर हुई थी, तब भी वह कांग्रेस की अंदरूनी राजनीती के चलते ही हुई थी। बीजेपी ना तो उस वक़्त और ना ही अब इस वक़्त ऐसी किसी कोशिश में जुटी है।
राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष सतीश पुनिया ने कहा, 'बीजेपी पर नकारात्मक राजनीति का आरोप लगना बेबुनियाद है। हमने कोरोनाकाल में सरकार के साथ मिलकर काम किया है। अपनी कमजोरी को छुपाने के लिए वे बयानबाजी करते हैं। हमारी पार्टी के नेताओं ने सिलसिले के अनुसार ही बात की है। यह उनके घर का झगड़ा है, जिसे वह संभल नहीं पा रही है। हमारा मानना है कि 2 साल में यह सरकार पूरी तरह विफल रही है। खुद ही यह सरकार अपने अंतरकलह के कारण गिर जाएगी। महेन्द्रजीत सिंह मालवीय के बयान को भी सुन लेना चाहिए, कांग्रेस सरकार को जोकि हमारे आरोपों को साबित करते हैं।'
जाहिर है कि अशोक गहलोत के इस बयान के बाद आरोप-प्रत्यारोपो का दौर तेज हो गया है, लेकिन कोई नहीं समझ पा रहा है कि आखिरकार अशोक गहलोत ने अचानक फिर से अपनी सरकार को गिराने का मुद्दा किस आधार पर छेड़ दिया है। क्या उन्हें अब भी लगता है कि उनकी सरकार को गिराने की साजिश कहीं चल रही है। फिलहाल तो सीएम गहलोत ने भाजपा नेताओं के बयानों पर एकसाथ पलटवार कर बीजेपी को फिर से अपनी सरकार को अस्थिर करने के लिए जिम्मेदार बता दिया है, ऐसे में सियासी गलियारों इसे लेकर अब आरोप- प्रत्यारोपो का दौर भी तेज हो गया है।
Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 and Download our - News24 Android App. Follow News24 on Facebook, Telegram, Google News.