---- विज्ञापन ----
News24
नई दिल्ली: असम में बाढ़ की स्थिति लगातार खबरा होती जा रही है। इसके 32 जिलों में 55 लाख लोग प्रभावित हुए और सात और लोगों की जान चली गई, जबकि मोरीगांव जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग-37 का एक बड़ा हिस्सा अब उन लोगों के लिए आश्रय गृह बन गया है, जिन्हें अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है। बाढ़ के पानी के बाद उनके घर पूरी तरह से जलमग्न हो गए।
अधिकारियों ने कहा है कि ब्रह्मपुत्र नदी और बराक नदी सहित उनकी सहायक नदियां उफान पर हैं। बाढ़ प्रभावित नलबाड़ी और कामरूप जिलों में राहत शिविरों का दौरा करने वाले मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि जल्द ही पैकेज की घोषणा की जाएगी।
उन्होंने कहा, "हमारी सरकार जल्द ही प्रभावित लोगों के लिए एक पोर्टल शुरू करेगी, जिसमें बाढ़ से हुए नुकसान और अन्य नुकसान को दर्ज किया जा सकेगा। बाढ़ राहत पैकेज की भी जल्द ही घोषणा की जाएगी।"
बराक और कुशियारा के बढ़ते जलस्तर से करीमगंज और कछार बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों ने कहा कि कछार में, 506 गांवों में 2.16 लाख लोग पीड़ित हैं, जबकि करीमगंज में, 454 गांवों में 1.47 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
और पढ़िए – Weather Update: आज इन यहां-यहां होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने मानसून को लेकर दी ये खुशखबरी
सिलचर के कई इलाके पानी में डूब गए। उन्होंने बताया कि कुल 425 लोगों को बचाया गया और 57 राहत शिविरों में 10,468 लोगों को रखा गया है। परिवहन मंत्री परिमल शुक्लाबैद्य ने स्थानीय विधायकों, उपायुक्तों और कछार और करीमगंज दोनों के वरिष्ठ जिला अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि उपायुक्तों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ इकाइयों की रणनीतिक तैनाती की योजना बनाने के लिए कहा गया है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के अनुसार, राज्य के 36 में से 32 जिलों में 55,42,053 लोग प्रभावित हुए हैं।
ताजा मौतों में से तीन कामरूप से और एक-एक दरांग, करीमगंज, तामूलपुर और उदलगुरी से हुई हैं। कामरूप से एक व्यक्ति भी लापता था। ताजा मौतों के साथ इस साल मरने वालों की संख्या 89 हो गई है।
12.51 लाख लोगों के साथ बारपेटा सबसे अधिक प्रभावित जिला है, इसके बाद धुबरी में 5.94 लाख लोग प्रभावित हुए हैं और दारांग 5.47 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। कुल मिलाकर 2.62 लाख लोगों ने 862 राहत शिविरों में शरण ली है। दिन में कामरूप और करीमगंज से भी भूस्खलन की खबरें आईं।
इसके अतिरिक्त, मध्य असम जिले में जगीरोड विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत बरखाल क्षेत्र के पास 7-8 गांवों के लगभग 2000 लोग अब राष्ट्रीय राजमार्ग पर शरण ले रहे हैं।
और पढ़िए – देश से जुड़ी खबरें यहाँ पढ़ें
Click Here - News 24 APP अभी download करें
देश और दुनिया की ताज़ा खबरें सबसे पहले न्यूज़ 24 पर फॉलो करें न्यूज़ 24 को और डाउनलोड करे - न्यूज़ 24 की एंड्राइड एप्लिकेशन. फॉलो करें न्यूज़ 24 को फेसबुक, टेलीग्राम, गूगल न्यूज़.