रमन झा, नई दिल्ली: बीजेपी प्रत्याशी की गाड़ी से ईवीएम (EVM) मिलने कि खबर के बाद पर चुनाव आयोग (EC) हरकत में आ गया है। चुनाव आयोग ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए पीठासीन अधिकारी समेत 4 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है वहीं बूथ नंबर 149 पर फिर मतदान के आदेश दिए हैं। साथ ही चुनाव आयोग ने इस मामले में रिपोर्ट भी जारी की है।
चुनाव आयोग के मुताबिक एक अप्रैल को असम में हुए दूसरे चरण की वोटिंग के बाद रताबरी (एससी) सीट की पोलिंग पार्टी 149-इंदिरा एमवी स्कूल दुर्घटना का शिकार हो गई थी। इस पार्टी में एक पीठासीन अधिकारी और 3 चुनाव कर्मी शामिल थे। उन्होंने एक कॉन्स्टेबल और होमगार्ड की तैनाती में ले जाया जा रहा था। रात 9 बजकर 20 मिनट पर पोलिंग पार्टी ने वहां से गुजरने वाली गाड़ी से मदद मांगी और बिना कागजात चेक किए ईवीएम के साथ उस पर सवार हो गए।'
चुनाव आयोग ने अपनी रिपोर्ट में आगे कहा है कि 'जैसा उन्होंने बताया कि वे करीमगंज की ओर बढ़े और रात 11 बजे कनईशील पहुंचे। यहां ट्रैफिक की वजह से गाड़ी की रफ्तार धीमी गई। उन्हें करीब 50 लोगों की भीड़ ने घेर लिया और उन पर पत्थर फेंके गए। भीड़ ने हंगामा शुरू कर दिया और गाड़ी को वहां से आगे बढ़ने से रोक दिया।'
चुनाव आयोग ने अपनी रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि 'जब उन्होंने भीड़ के नेताओं से पूछा तो उन्होंने बताया कि यह गाड़ी कृष्णेंदु पॉल की है जो पथरकंडी से चुनाव लड़ रहे हैं। भीड़ ने आरोप लगाया कि ईवीएम को छेड़छाड़ के लिए ले जाया जा रहा है। पोलिंग पार्टी ने सेक्टर ऑफिसर को सूचित किया। हालांकि भीड़ ने उन्हें घेर दिया और उन पर हमला किया। पोलिंग पार्टी को वाहन समेत बंधक बना लिया गया।'
चुनाव आयोग की जांच में सामने आया है ईवीएम सीलबंद है और उसका नुकसान नहीं हुआ है। सारे आइटम्स को स्ट्रॉन्ग रूम में रख दिया गया है। पीठासीन अधिकारी को ट्रांसपोर्ट प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
चुनाव आयोग का कहना है कि ईवीएम सीलबंद पाई गई है फिर भी रताबरी के पोलिंग बूथ नंबर 149 पर दोबारा से मतदान का निर्णय लिया गया है। हालांकि ईवीएम सीलबंद पाई गई है फिर भी रताबरी के पोलिंग बूथ नंबर 149 पर दोबारा से मतदान का निर्णय लिया गया है।
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