मनीष कुमार, नई दिल्ली: चीन वायरस कोरोना से आज पूरी दुनिया जूझ रही है। इस महामारी की वजह से जहां लाखों लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, लॉकडाउन (Lockdown) की वजह से वैश्विक अर्थव्यवस्था (Global Economy) चरमरा गई है। इस कोरोना काल में दुनियाभर में लाखों लोगों को लॉकडाउन (Lockdown ) की वजह से अपनी नौकरियों से हाथ धोना पड़ा है तो करोड़ों लोग बेरोजगार हो चुके हैं। भारत पर भी इसका खासा असर हुआ है। 25 मार्च से बंद होने के कारण उड़ान संचालन का सीधा असर एयरलाइन कंपनियों की आय पर पड़ा है।
कोरोना संकट के कारण एविएशन सेक्टर में 18, 027 लोगों को नौकरी गवानी पड़ी है। संसद में एक सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने जानकारी देते हुए कहा कि 31 मार्च 2020 को एयरलाइंस में जहां 74, 887 लोग काम किया करते थे वह 31 जुलाई 2020 को घटकर 69,589 पर जा पहुंचा है। वैसे ही एयरपोर्ट पर 31 मार्च 2020 को 67,760 लोग काम किया करते थे वह 31 जुलाई 2020 तक घटकर 64,514 लोगों पर जा पहुंचा है।
इतना ही नहीं कार्गो ऑपरेटर्स के साथ 31 मार्च 2020 तक 9,555 हां लोग काम किया करते थे वह 25 जुलाई 2020 को घटकर 8,538 पर जा पहुंचा है। जबकि ग्राउंड हैंडलिंग एजेंसी में 31 मार्च 2020 तक जहां 37,720 लोग काम किया करते थे 29 जुलाई 2020 को घटकर 29,254 पर जा पहुंचा है।
कोविड-19 का एविएशन सेक्टर में रोजगार पर पड़ा भारी असर
आपको बता दें कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उड़ानों पर लगे प्रतिबंध और घरेलू स्तर पर प्रतिबंध के साथ शुरू एयरलाइंस कंपनियों को ऑपरेशन चालू रखने में अब भारी मुश्किल आ रही थी। कोविड-19 ने वैश्विक स्तर पर एयर लाइंस इंडस्ट्री को बुरी तरह से प्रभावित किया है। पहले से आर्थिक संकट से जूझ रहीं कुछ एयरलाइन कंपनी इस समय बर्बादी के कगार पर पहुंच गई हैं। दुनिया भर में करीबन 4 लाख लोग इस सेक्टर में बेरोजगार हो गए हैं।
Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 and Download our - News24 Android App. Follow News24 on Facebook, Telegram, Google News.