नई दिल्ली: मिर्जापुर वेब सीरीज में कालीन भईया का घर तो आपने देखा होगा। वही त्रिपाठी हाउस जिसकी एक 'कुर्सी' को लेकर पूरी वेबसीरीज का तानाबाना बुना गया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि वेब सीरीज मिर्जापुर में जो त्रिपाठी हाउस या त्रिपाठी कोठी दिखाई गई है, वह असलियत में मिर्जापुर से 62 किलोमीटर दूर बनारस में मौजूद है। जी हां, कालीन भईया उर्फ अखंडा का जो त्रिपाठी हाउस सीरीज में बार बार दिखाया जाता है, दरअसल वह बनारस का मोतीझील पैलेस है। इसे अजमतगढ़ पैलेस के नाम से भी जाना जाता है।
दरअसल, बनारस से मिर्जापुर की दूरी महज 62 किलोमीटर है। बनारस से मिर्जापुर जाने में लगभग एक से डेढ़ घंटा लगता है। हालांकि वेब सीरीज का ज्यादातर पार्ट बनारस और मिर्जापुर में शूट हुआ है, लेकिन जौनपुर, बलिया, गाजीपुर, आजमगढ़, लखनउ और बिहार के कुछ लोकेशन भी इसमें दिखाई देते हैं। यूपी के भदोई में वेब सीरीज के सीजन 1 का 7वां एपिसोड शूट किया गया।
मोती झील पैलेस को जब मिर्जापुर के मेकर्स ने शूटिंग के लिए चुना तो यह काफी जर्जर थी। इसकी साफ सफाई और शूटिंग के लिए तैयार करने में 10 दिन लगे, लेकिन मेकर्स ने इसे इस तरह से तैयार किया कि हवेली का मूल स्वरूप भी ना बिगड़े और इसका आर्किटेक्चर भी बेहतरीन लगे।
हवेली का रहस्य
मोतीझील हवेली महमूरगंज इलाके में स्थित है। इस हवेली का निर्माण बाबू मोतीचंद्र ने 1908 में करवाया था। इन्हें ब्रिटिश गवर्मेंट ने राजा और सर की उपाधि दी थी। ये उस समय इलाके के जमींदार हुआ करते थे।
मोती झील हवेली के दरवाजे पर टंगा मगरमच्छ एक रहस्य है। 90 साल से 20 फीट लम्बा और 2 फीट चौड़ा मगरमच्छ का भूसा भरा स्टैचू टंगा है। बताया जाता है कि राजा ने रानी को बचाने के लिए मगरमच्छ को मारकर उसे महल में टंगवा दिया था।
इसके बारे में राजा के बेटे का कहना है कि 1920 में एक विशालकाय मगरमच्छ बाढ़ में बहता हुआ हमारे मूल गांव आजमगढ़ के अजमतगढ़ में मल्लाहों को दिखा। गांव में घुसने के खतरे से लोग इसे देख कर घबरा गए और पूरे गांव के लोगों ने मिलकर इसे मार दिया।
मारने के बाद उन लोगों ने सोचा कि अब इसका क्या किया जाए, तब उन्होंने मुखिया से राय-विचार करके फैसला किया की इसे बनारस के राजा मोतीचंद्र को गांव की तरफ से उपहार दे दिया जाए।
इसके बाद वे लोग मगरमच्छ बैलगाड़ी पर लादकर गांव से निकल पड़े। रास्ते में ब्रिटिश ऑफिसर और पब्लिक इतना बड़ा मगरमच्छ देखकर हैरान रह गए। शुरू-शुरू में जब ये आया और राजा साहब ने इसे स्टैचू बनवाकर टांगा तो देखने वालो की भीड़ लगती थी। लोग दूर-दूर से इसे देखने आते थे। मिर्जापुर के मेकर्स जब शूटिंग के लिए जगह तलाश रहे थे तो उन्हें यह हवेली इतनी पसंद आई कि उन्होंने मिर्जापुर के सभी सीजन के लिए इसे अपनी मेन लोकेशन बनाने का फैसला ले लिया।
Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 and Download our - News24 Android App. Follow News24 on Facebook, Telegram, Google News.