नई दिल्ली (17 फरवरी): पंजाब नेशनल बैंक द्वारा जारी साख पत्रों के आधार पर हुए 11,400 करोड़ रुपये के घोटाले में इलाहाबाद बैंक का भी करीब 2,000 करोड़ रुपये फंसा है। इसके अलावा देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने भी 1,360 करोड़ रुपये का कर्ज दिया है।
सूत्रों के मुताबित कि इलाहाबाद बैंक ने भी पीएनबी के धोखाधड़ी से जारी गारंटी पत्रों के आधार पर 2,000 करोड़ रुपये का ऋण दिया है। इन साख पत्रों के आधार पर अन्य बैंकों की विदेशी शाखाओं ने नीरव मोदी की कंपनियों को कर्ज दिया।
इलाहाबाद बैंक ने उम्मीद जताई कि उसे उसकी राशि का भुगतान मिल जाएगा। इलाहाबाद बैंक उन बैंकों में शामिल है, जिसने पीएनबी द्वारा जारी किए गए एलओयू के आधार पर क्रेडिट दिया था। एलओयू एक बैंक द्वारा दूसरे बैंकों की शाखाओं को जारी की जाने वाली गारंटी है, जिसके आधार पर विदेशी शाखाएं क्रेडिट प्रदान करती हैं। इसे अंतरराष्ट्रीय व्यापार की सामान्य प्रक्रिया के तौर पर देखा जाता है।
पीएनबी द्वारा जारी साख पत्र के आधार पर एसबीआई ने 21.2 करोड़ डॉलर या 1,360 करोड़ रुपये का कर्ज दिया है। हालांकि, सार्वजनिक क्षेत्र के इस बैंक ने सीधे नीरव मोदी को कोई ऋण नहीं दिया है। एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने शुक्रवार को कोच्चि में कहा, 'हमने नीरव मोदी को सीधे कोई कर्ज नहीं दिया है लेकिन पीएनबी को जरूर कुछ धन दिया है।’ उन्होंने बताया कि बैंक ने पीएनबी द्वारा जारी साख या गारंटी पत्र (एलओयू) के आधार पर मोदी को 21.2 करोड़ रुपये का कर्ज दिया है।