अग्नि-2 के इस सफल परीक्षण से भारतीय सेना की आक्रामकता में और इजाफा हो गया है। अभी तक आप्रेशन से सिंधु से घबराये पाकिस्तान के लिए अग्नि-2 के सफल नाइट ट्रायल की खबर जख्मों पर नमक रगड़ने से कम नहीं है। भारत की रक्षा तैयारियों को देखकर पाकिस्तानी सेना की घिग्घी बंधी हुई है। पाकिस्तान ने भारत की सैन्य तैयारियों के मुकावले के लिए टर्की के रिटायर्ड जहाज खरीदने की सौदा किया है।
न्यूज 24 ब्यूरो, नई दिल्ली (16 नवंबर): भारत ने 16 नवंबर की शाम दो हजार किलोमीटर तक मार करने वाली अग्नि-2 मिसाइल का नाइट ट्राइल किया। रक्षा सूत्रो से मिली जानकारी के मुताबिक अग्नि-2 का यह परीक्षण बेहद सफल रहा है। अग्नि-2 के इस सफल परीक्षण से भारतीय सेना की आक्रामकता में और इजाफा हो गया है। अभी तक आप्रेशन से सिंधु से घबराये पाकिस्तान के लिए अग्नि-2 के सफल नाइट ट्रायल की खबर जख्मों पर नमक रगड़ने से कम नहीं है। भारत की रक्षा तैयारियों को देखकर पाकिस्तानी सेना की घिग्घी बंधी हुई है। पाकिस्तान ने भारत की सैनिक तैयारियों का मुकावला करने के लिए टर्की और जॉर्डन के रिटायर्ड जहाज खरीदने की सौदा किया है। इसके अलावा पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से जे-17 जहाजों रिइन्नोवेट करने की भी गुहार लगाई थी लेकिन चीन ने उससे भी इंकार करदिया है। बहरहाल, रक्षा सूत्रों के मुताबिक अग्नि -2 भारतीय सेना में पहले से ही शामिल है और रात के समय इसको दागने और लक्ष्य को बेधने की क्षमता हासिल कर लेने से दुश्मन पर हमले की धार दिन की तरह ही तेज और करारी साबित होगी।
भारत की अग्नि और ब्राह्मोस मिसाइल ऐसी मिसाइल हैं जिनके सामने पाकिस्तान तो क्या चीज खुद चीन के भी पसीने छूटते हैं। बताया गया है कि परमाणु हथियार को ले जाने वाली इस मिसाइल को उड़ीसा के अब्दुल कलाम द्वीप से दागा गया। इस मिसाइल की लम्बाई 20 मीटर है। इसका वजन 17 टन है और यह एक हजार किलोग्राम के पे लोड एक साथ ले जासकती है। ये मिसाइल अपने दुश्मन को ढूंढ़ कर ध्वस्त कर देती है।
इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल (आईआरबीएम) ‘अग्नि-2’ को पहले ही सशस्त्र बलों में शामिल किया जा चुका है। सेना के एक अधिकारी ने कहा कि पहली बार अत्याधुनिक मिसाइल का रात में परीक्षण किया गया। डीआरडीओ के सूत्रों ने बताया कि परीक्षण के पूरे पथ पर अत्याधुनिक रडारों, टेलीमेट्री निगरानी केंद्रों, इलेक्ट्रो-ऑप्टिक उपकरणों तथा दो नौसैनिक पोतों से नजर रखी गयी। दो स्तर की मिसाइल आधुनिक सटीक नौवहन प्रणाली से सुसज्जित है। ‘अग्नि-2’ को एडवांस्ड सिस्टम्स लैबोरेटरी ने डीआरडीओ की अन्य प्रयोगशालाओं के साथ मिलकर विकसित किया था।
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