Trendingparliament winter sessionBigg Boss 19Gold Price

---विज्ञापन---

फिल्मी कहानी से कम नहीं है इस शख्स की जिंदगी, पिता के हत्यारों को ऐसे पहुंचाया सलाखों के पीछे

Uttar Pradesh Noida Crime News: आकाश ने पिता के हत्यारों को सजा दिलाने की ठानी। उन्होंने तय कर लिया कि चाहे जो भी हो जाए वह उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाकर ही मानेंगे।

Uttar Pradesh Noida News: कहते हैं कि पिता के कर्ज की भरपाई कभी भी नहीं की जा सकती। लेकिन आज से समय में भी कुछ ऐसे बेटे हैं जो अपने-माता पिता के लिए अपना सबकुछ कुर्बान कर देते हैं। उनके लिए उनके मां-बाप से बढ़कर कुछ भी नहीं होता। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के नोएडा से आया है। यहां अपने पिता के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए एक शख्स ने ऐसा काम किया जिसकी जितनी भी तारीफ की जाए कम है। यूपी में नोएडा के रहने वाले आकाश चौहान नाम के शख्स ने अपने पिता के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए अपना करियर भी दांव पर लगा दिया। उसने अपनी नौकरी छोड़कर कानून की पढ़ाई की और 10 साल बाद अपने पिता के हत्यारों को उम्रकैद की सजा दिला दी। ये भी पढ़ें-Explainer: चुनावों में किया वादा पूरा करने में कितना आएगा खर्च, आसान नहीं होगा?  भाई का शव मिला रेलवे ट्रैक पर आकाश चौहान के पिता एक समाज सेवक थे जिनकी 2013 में रेत माफिया ने हत्या कर दी थी। वे एक बाइक पर सवार होकर जा रहे थे तभी तीन लोगों ने उन्हें गोली मार दी। इस घटना से पूरा परिवार सदमे में चला गया। रेत माफिया को सजा दिलाना आसाम काम नहीं था। इसके बाद आकाश ने पिता के हत्यारों को सजा दिलाने की ठानी। उन्होंने तय कर लिया कि चाहे जो भी हो जाए वह उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाकर ही मानेंगे। इसी दौरान एक साल बाद इस मामले में गवाह उनके भाई का शव रेलवे ट्रैक पर मिला था। खुद की इस मामले की पैरवी आकाश ने पिता के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए कोई गलत कदम नहीं उठाया, बल्कि कानूनी प्रक्रियाओं का सहारा लिया। उसने पहले एलएलबी की पढ़ाई की और वकील बना। वकील बनने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराकर खुद ही पिता की हत्या के मामले में पैरवी शुरू की। इस दौरान उन्हें बहुत मुसीबतों का सामना करना पड़ा। यहां तक कि जान से मारने की धमकी मिली। मामले को लेकर हाईकोर्ट गया। अंत में उसे जीत मिली और दोषियों को कोर्ट से सजा हुई है। ये भी पढ़ें-UP Holiday List: यूपी सरकार ने जारी किया 2024 की छुट्टियों का कैलेंडर, साल में कितना मिलेगा अवकाश?


Topics:

---विज्ञापन---