नई दिल्ली: कर्नाटक के कलबुर्गी शहर में दो बहनों ने कॉन्ट्रैक्ट किलर्स को सुपारी देकर अपने भाई की हत्या करा दी। मामले में पुलिस ने दोनों बहनों समेत चार कॉन्ट्रैक्ट किलर्स को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पूछताछ में हत्या का कारण जानना चाहा और फिर जो कुछ बहनों ने बताया वो बेहद चौंकाने वाला था।
29 साल का नागराज मातामारी अपनी मां और दो शादीशुदा बहनों के साथ कलबुर्गी शहर के गाजीपुर में रहता था। 29 जुलाई को नागराज की हत्या कर दी गई थी। नागराज का शव अलंद रोड पर भोसागा क्रॉसिंग पर मिला था। पुलिस ने बताया था कि शुरुआती जांच में पता चला है कि नागराज की हत्या के लिए पत्थर का उपयोग किया गया है। उसके सिर पर बड़े पत्थर से वारकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है। मामले की जांच पड़ताल में जुटी पुलिस आखिर में नागराज की दो बहनों को पकड़ा तो सारा मामला सामने आ गया। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर कॉन्ट्रैक्ट किलर अविनाश, आसिफ, रोहित और मोहसिन को गिरफ्तार कर लिया।
बहनों ने बताया- क्यों कराई भाई की हत्या
नागराज की हत्या के आरोप में गिरफ्तार उसकी बहन मीनाक्षी और अनीता ने बताया कि वे दोनों शादीशुदा हैं। दोनों अपने पति से अलग हो गईं हैं। फिलहाल दोनों नागराज और अपनी मां के साथ रहतीं थीं। पुलिस की पूछताछ में अनीता और मीनाक्षी ने बताया कि नागराज हर मामले में रोक-टोक करता था, वो उनकी निजी जीवन में बार-बार हस्तक्षेप करता था, इसलिए दोनों बहनें नागराज से चिढ़ी हुईं थीं।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अनीता और मीनाक्षी शादी से पहले किसी के साथ सीरियस रिलेशनशिप में थीं। दोनों अपने प्रेमी से शादी करना चाहती थी लेकिन ये रिश्ता नागराज को मंजूर नहीं था। नागराज ने अनीता और मीनाक्षी से कहा था कि शादी का जो भी अंजाम होगा, उसके लिए वो दोनों ही जिम्मेदार होंगी। दोनों बहनों को नागराज की ये बातें नागवार गुजरी थीं। दोनों ने बताया कि हमारी प्राइवेट लाइफ को लेकर नागराज की ओर से बार-बार अल्टीमेटम दिया जाना हमें पसंद नहीं था, इसलिए हमने कॉन्ट्रैक्ट किलर्स को सुपारी दी।
कॉन्ट्रैक्ट किलर्स ने बताया- कैसे वारदात को दिया अंजाम
उधर, गिरफ्तार कॉन्ट्रैक्ट किलर्स ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने गला काटकर नागराज की हत्या की है। हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद उसके शव को शहर के बाहरी इलाके में फेंक दिया था। अगले दिन पुलिस ने शव की पहचान की थी और इस बारे में उसकी बहनों समेत उसके रिश्तेदारों को सूचना दी थी। मामले की जांच पड़ताल के दौरान पुलिस ने नागराज की बहनों के फोन कॉल्स के डिटेल निकलवाए जिसके बाद मामले का खुलासा हो गया।