नई दिल्ली: तुर्किये और सीरिया में आए भूंकप से हालात बिगड़ गए हैं। अब तक कुल 11,416 लोगों की मौत हो चुकी है। घायलों की संख्या 40 हजार के करीब हो गई है। इस बीच विदेश मंत्रालय (MEA) ने बुधवार को कहा कि एक भारतीय नागरिक लापता है और दस भूकंप प्रभावित तुर्की के दूरदराज के इलाकों में फंसे हुए हैं। विदेश मंत्रालय के सचिव संजय वर्मा ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत ने तुर्की के अदाना में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है।
10 भारतीय फंसे हुए हैं-विदेश मंत्रालय
संजय वर्मा ने कहा-हमने तुर्की के अदाना में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। 10 भारतीय प्रभावित क्षेत्रों के दूरदराज के हिस्सों में फंसे हुए हैं, लेकिन वे सुरक्षित हैं। एक भारतीय नागरिक जो व्यापारिक यात्रा पर था लापता है। हम बेंगलुरु में उसके परिवार और कंपनी के संपर्क में हैं।
Under #OperationDost, India is sending search and rescue teams, a field hospital, materials, medicines and equipment to Türkiye and Syria.
This is an ongoing operation and we would be posting updates. pic.twitter.com/7YnF0XXzMx
- विज्ञापन -— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) February 8, 2023
मंत्रालय ने यह भी बताया कि करीब 3,000 भारतीय नागरिक तुर्की में रहते हैं और उन्हें सहायता मांगने वाले 75 लोगों के फोन आए हैं।
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भारत ने भेजी राहत सामग्री
इसके अतिरिक्त भारत ने तुर्की को राहत सामग्री भेजी है, जिसमें चिकित्सा आपूर्ति, एक मोबाइल अस्पताल और विशेष खोज और बचाव दल शामिल हैं। देश को हिला देने वाले विनाशकारी भूकंपों की श्रृंखला के मद्देनजर देश की मदद के लिए दो सी -17 ग्लोबमास्टर सैन्य परिवहन विमानों में सहायता भेजी गई थी।
अधिकारियों ने कहा है कि तुर्की में मौसम की स्थिति खराब है लेकिन राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) की टीमें अच्छी तरह से सुसज्जित हैं। विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, “एनडीआरएफ की टीमें आत्मनिर्भर लक्ष्यों के साथ गई हैं। हम स्थानीय आबादी पर और बोझ नहीं बनना चाहते हैं, इसलिए हम 15 दिनों के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।”
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