Wednesday, 17 April, 2024

---विज्ञापन---

Mangaluru Blast: पुलिस का दावा- इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक से प्रेरित था ब्लास्ट का आरोपी शारिक

Mangaluru Blast: मंगलुरु ब्लास्ट मामले में स्थानीय पुलिस का दावा है कि ब्लास्ट का आरोपी शारिक इस्लामिक उदेशक जाकिर नाइक से प्रेरित था। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने जाकिर नाइक के वीडियो भी शेयर किए थे। पुलिस सूत्रों ने कहा कि आरोपी जाकिर नाइक के वीडियो को मज मुनीर, यासीन, जबी और अन्य […]

Edited By : Om Pratap | Updated: Nov 25, 2022 13:40
Share :

Mangaluru Blast: मंगलुरु ब्लास्ट मामले में स्थानीय पुलिस का दावा है कि ब्लास्ट का आरोपी शारिक इस्लामिक उदेशक जाकिर नाइक से प्रेरित था। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने जाकिर नाइक के वीडियो भी शेयर किए थे। पुलिस सूत्रों ने कहा कि आरोपी जाकिर नाइक के वीडियो को मज मुनीर, यासीन, जबी और अन्य लोगों के साथ शेयर करता था ताकि उन्हें कट्टरपंथी बनाया जा सके।

मुख्य आरोपी शारिक अन्य आरोपियों में शामिल मज मुनीर, यासीन और जबी का हैंडलर था। शिवमोग्गा पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की कि शारिक उन्हें कट्टरपंथी बनाने के लिए पीडीएफ, वीडियो और ऑडियो शेयर करता था। बता दें कि आरोपी 24 साल का शारिक शिवमोग्गा जिले के तीर्थहल्ली का रहने वाला है।

युवाओं को कट्टरपंथी बनाता था शारिक

आरोपी पिछले मंगलवार को ऑटो रिक्शा में कुकर में आईईडी ले जा रहा था, तभी उसमें ब्लास्ट हो गया था। अब तक पुलिस जांच में ये भी पता चला है कि शारिक ने तीर्थहल्ली, शिवमोग्गा और भद्रावती में युवाओं को कट्टरपंथी बनाया था। जब पुलिस अधिकारियों ने कुछ दिन पहले मैसूर में उसके घर पर छापा मारा था। इस दौरान विस्फोटक, एक मोबाइल फोन, दो फर्जी आधार कार्ड, एक पैन, एक डेबिट कार्ड और एक अप्रयुक्त सिम कार्ड बरामद किया।

पुलिस अधिकारियों ने शारिक के मोबाइल फोन को जब्त कर लिया है जिसमें जाकिर नाइक के वीडियो थे और उसके हैंडलर शारिक को टेलीग्राम, इंस्टाग्राम और अन्य एलिमेंट के जरिए वीडियो शेयर करते थे।

शारिक ने ISIS की विचारधाराओं का प्रचार किया

पुलिस ने पहले कहा था कि शारिक ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर इस्लामिक स्टेट की विचारधारा को स्वीकार किया और आतंकवादी समूह के एजेंडे के अनुसार आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रच रहा था।

आरोपी अपने साथियों के साथ जिहाद के मौलिक विचारों और अवधारणाओं पर चर्चा करता था। शारिक मैसेजिंग ऐप के जरिए उग्रवाद, कट्टरता, आईएस और अन्य आतंकी संगठनों के कार्यों से संबंधित अपने साथियों को पीडीएफ फाइलें, वीडियो और ऑडियो भेजता था।

सबसे पहले 15 अगस्त को सामने आया था शारिक का नाम

शारिक का नाम इससे पहले 15 अगस्त को शिवमोग्गा में एक सार्वजनिक स्थान पर वीडी सावरकर की तस्वीर लगाने को लेकर हुई सांप्रदायिक झड़प के दौरान सामने आया था।

इस सिलसिले में पुलिस ने मोहम्मद जबीहुल्ला उर्फ ​​चारबी, सैयद यासीन और माज मुनीर अहमद को गिरफ्तार किया था जबकि शारिक फरार हो गया था। यासीन और माज मुनीर ने उस समय पुलिस को बताया था कि शारिक ने उनका ब्रेनवॉश किया था।

First published on: Nov 25, 2022 01:40 PM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें