Assembly Election Result 2023 Prediction : देश के 5 राज्यों में नई विधानसभा के गठन के लिए हुए मतदान के नतीजे आने में कुछ ही वक्त बाकी है। सब साफ हो जाएगा कि किस राज्य में कौन सी पार्टी सरकार बना पाएगी। इस परिदृश्य को लेकर राजनैतिक जानकारों के अपने दावे हैं तो मीडिया विश्लेषण एजेंसियों का गणित है। हालांकि ज्योतिषीय गणना कुछ और ही कहती है। राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में दोनों बड़ी राजैनतिक पार्टियों भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर नजर आ रही है। इस टक्कर में जीत का पलड़ा किसकी तरफ झुकेगा, इसको लेकर ज्योतिषाचार्य पंडित संजीव शर्मा बताते हैं कि भारतवर्ष पर इस समय शनि का प्रभाव ज्यादा है और दक्षिण की ओर शनि देव प्रभाव कम है, अर्थात भारत की उत्तर दिशा में सनातन धर्म का विकास ज्यादा है और दक्षिण में कम है। विभिन्न राज्यों की सत्ता को लेकर ज्योतिषीय गणना क्या कहती है, आइए जानें...
मध्य प्रदेश : मध्य प्रदेश एक ऐसा प्रदेश है, जिसका नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज है। मध्य प्रदेश के शहर उज्जैन में स्वयं महादेव का वास है। किस प्रदेश में मुख्यतः नर्मदा चंबल और बेतवा जैसी नदियां हैं। ज्योतिष गणना के अनुसार मध्य प्रदेश में इस बार भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर से बहुमत के साथ अपनी सरकार बनाएगी।
राजस्थान : राजस्थान की मिट्टी वीरों की भूमि है। यह क्षेत्र हिमयुग के बाद भीषण बाढ़ के दौरान भी बसा हुआ था। यह सिंधु घाटी सभ्यता का स्थल है। इस प्रदेश की मिट्टी में बड़े वीर-रणबांकुरे जन्मे हैं। इसका मतलब साफ है कि शनि देव इस प्रदेश में न्याय स्थापित करने जा रहे हैं। ऐसे में यहां भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के योग हैं। हो सकता है भारतीय जनता पार्टी को किसी और पार्टी की मदद लेनी पड़े, लेकिन सरकार भारतीय जनता पार्टी की ही बनेगी।
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उधर, एक अन्य ज्योतिषीय विश्लेषण पर नजर डालें तो तुला राशि (राजस्थान की भी राशि यही बनती है) पर केतु का गोचर है। दशम भाव का चंद्र और राहु मिलकर ग्रहण योग बना रहे हैं, यानि साफ है कि इस राज्य में हालिया सरकार की विदाई तय है। दूसरी ओर मतदान के व्क्त अश्विन नक्षत्र था, जिसका स्वामी धर्म ध्वजा माना जाता केतु होता है। इस हिसाब से भी शासन और शासक दोनों के परिवर्तित होने के संकेत हैं।
छत्तीसगढ़ : प्राचीन काल में छत्तीसगढ़ को दक्षिण कौशल के नाम से जाना जाता था। कहते हैं कि किसी समय इस क्षेत्र में छत्तीस गढ़ थे, इसीलिए इसको नाम छत्तीसगढ़ दिया गया। वर्तमान भारतीय इतिहास में छत्तीसगढ़ का गठन 26वें राज्य के रूप में 1 नवंबर सन 2000 को हुआ था। इस प्रदेश में शनि देव की अनुकंपा कम है। ऐसे में इस प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनना मुश्किल है। इस परिस्थिति में इस प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने के योग हैं।
तेलंगाना : तेलंगाना भारतवर्ष का 29वां राज्य है। तेलंगाना का मतलब जगह से है, जहां तेलुगू बोली जाती है। ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार तेलंगाना में शनि देव की अनुकंपा बहुत कम रहेगी। अतः इस प्रदेश में भी कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने के योग हैं।