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Bengaluru-Mysore Expressway का आज उद्घाटन करेंगे पीएम मोदी, अन्य प्रोजेक्ट्स भी राष्ट्र को करेंगे समर्पित

Bengaluru-Mysore Expressway: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कर्नाटक जाएंगे, जहां वे बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। 118 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे के जरिए बेंगलुरु से मैसूर का सफर अब सिर्फ 75 मिनट में पूरा किया जा सकेगा। वर्तमान में दोनों शहरों के बीच की यात्रा पूरी करने में 3 घंटे का समय लगता है। बता […]

Edited By : Om Pratap | Updated: Mar 12, 2023 10:29
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Bengaluru-Mysore Expressway: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कर्नाटक जाएंगे, जहां वे बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। 118 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे के जरिए बेंगलुरु से मैसूर का सफर अब सिर्फ 75 मिनट में पूरा किया जा सकेगा। वर्तमान में दोनों शहरों के बीच की यात्रा पूरी करने में 3 घंटे का समय लगता है। बता दें कि पीएम मोदी होसपेटे रेलवे स्टेशन का भी उद्घाटन करेंगे जिसे हम्पी स्मारकों के अनुरूप बनाया गया है।

प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के मुताबिक, दोपहर करीब 12 बजे पीएम मांड्या में प्रमुख सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। इसके बाद दोपहर करीब सवा तीन बजे वह हुबली-धारवाड़ में विभिन्न विकास पहलों का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे।

118 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे (Bengaluru-Mysore Expressway) की निर्माण में 8 हजार 480 करोड़ रुपये की लागत आई है। जानकारी के मुताबिक, बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे एनएच (राष्ट्रीय राजमार्ग)-275 का एक हिस्सा है। इसमें चार रेल ओवरब्रिज, 9 महत्वपूर्ण पुल, 89 अंडरपास और ओवरपास बनाए गए हैं। बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे का निर्माणकार्य दो चरणों में पूरा किया गया है।

बेंगलुरु-मैसूर एक्सप्रेसवे के लाभ

बता दें कि एक्सप्रेसवे का निर्माण केंद्र सरकार की प्रमुख भारतमाला परियोजना (बीएमपी) के हिस्से के रूप में किया गया है। बाइक, ऑटो और अन्य धीमी गति वाले वाहनों को एक्सप्रेसवे पर चलने की अनुमति नहीं होगी। बेंगलुरु से मैसूर की दूरी 3 घंटे के बजाय 90 मिनट में तय हो सकेगी। 59 ओवर और अंडरपास के निर्माण से जाम की समस्या खत्म होगी। एक्सप्रेसवे के शुरू होने के बाद कनेक्टिविटी में सुधार भी होगा, जिससे निवेशक शहर की ओर आकर्षित होंगे।

मैसूरु-कुशलनगर 4-लेन NH की आधारशिला भी रखेंगे पीएम मोदी

प्रधानमंत्री मैसूरु-कुशलनगर 4-लेन राजमार्ग की आधारशिला भी रखेंगे। 92 किलोमीटर में फैली इस परियोजना को करीब 4130 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा। यह परियोजना बेंगलुरु के साथ कुशलनगर की कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और यात्रा के समय को लगभग 5 से घटाकर केवल 2.5 घंटे करने में मदद करेगी।

इसके अलावा पीएम मोदी IIT धारवाड़ को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। फरवरी 2019 में प्रधानमंत्री मोदी ने संस्थान की आधारशिला रखी गई थी। 850 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित संस्थान वर्तमान में 4-वर्षीय बी.टेक प्रदान करता है।

इन परियोजनाओं को भी पीएम राष्ट्र को करेंगे समर्पित

प्रधानमंत्री मोदी श्री सिद्धारूढ़ स्वामीजी हुबली स्टेशन पर दुनिया के सबसे लंबे रेलवे प्लेटफॉर्म को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इस रिकॉर्ड को हाल ही में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा मान्यता दी गई है। करीब 1507 मीटर लंबे इस प्लेटफॉर्म को करीब 20 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है।

प्रधानमंत्री कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए होसपेटे-हुबली-टीनाघाट खंड के विद्युतीकरण और होसपेटे स्टेशन के उन्नयन को समर्पित करेंगे। 530 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित, विद्युतीकरण परियोजना विद्युत कर्षण पर निर्बाध ट्रेन संचालन स्थापित करती है। पुनर्विकसित होसपेटे स्टेशन यात्रियों को सुविधाजनक और आधुनिक सुविधाएं प्रदान करेगा। इसे हम्पी स्मारकों के समान डिजाइन किया गया है।

हुबली-धारवाड़ स्मार्ट सिटी की परियोजनाओं का करेंगे उद्घाटन और शिलान्यास

प्रधानमंत्री हुबली-धारवाड़ स्मार्ट सिटी की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इन परियोजनाओं की कुल अनुमानित लागत लगभग 520 करोड़ रुपये है। ये प्रयास स्वच्छ, सुरक्षित और कार्यात्मक सार्वजनिक स्थान बनाकर जीवन की गुणवत्ता में वृद्धि करेंगे और शहर को भविष्य के शहरी केंद्र में बदल देंगे।

पीएम मोदी जयदेव हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की आधारशिला भी रखेंगे। वह अस्पताल लगभग 250 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा और क्षेत्र के लोगों को तृतीयक हृदय देखभाल प्रदान करेगा।

इस क्षेत्र में जल आपूर्ति को और बढ़ाने के लिए, प्रधानमंत्री धारवाड़ बहु ग्राम जलापूर्ति योजना की आधारशिला रखेंगे, जिसे 1040 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया जाएगा।

वे करीब 150 करोड़ रुपये की लागत से विकसित होने वाली तुप्पारीहल्ला बाढ़ क्षति नियंत्रण परियोजना की आधारशिला भी रखेंगे। परियोजना का उद्देश्य बाढ़ से होने वाले नुकसान को कम करना है और इसमें दीवारों और तटबंधों को बनाए रखने का निर्माण शामिल है।

First published on: Mar 12, 2023 08:00 AM

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