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Queen Elizabeth II disease: इस गंभीर बीमारी से पीड़ित थीं महारानी एलिजाबेथ, जानें कितनी खतरनाक है?

Queen Elizabeth II disease: 70 सालों तक ब्रिटेन की राजगद्दी संभालने वाली महारानी एलिजाबेथ द्वितीय अब दुनिया में नहीं रहीं। उन्होंने 96 साल की उम्र में गुरुवार को अंतिम सांस ली। स्कॉटलैंड (Scotland) में उनका निधन हो गया है। बंकिघम पैलेस की ओर से एक बयान जारी किया है, जिसमें बताया गया है कि गुरुवार […]

Edited By : Bhoopendra Rai | Updated: Sep 12, 2022 16:47
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Queen Elizabeth II disease

Queen Elizabeth II disease: 70 सालों तक ब्रिटेन की राजगद्दी संभालने वाली महारानी एलिजाबेथ द्वितीय अब दुनिया में नहीं रहीं। उन्होंने 96 साल की उम्र में गुरुवार को अंतिम सांस ली। स्कॉटलैंड (Scotland) में उनका निधन हो गया है। बंकिघम पैलेस की ओर से एक बयान जारी किया है, जिसमें बताया गया है कि गुरुवार दोपहर को स्कॉटलैंड के बाल्मोरल महल में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की मृत्यु हो गई है। वह स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जूझ रही थीं।

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मीडिया रिपोर्ट्स की मानें महारानी लंबे समय से एपिसोडिक मोबिलिटी नामक बीमारी से जूझ रहीं थी। इस बीमारी के बाद महारानी लंदन के बजाय स्काटलैंड में रहने लगी थीं। आइए आपको इस बीमारी के बारे में विस्तार से बताते हैं।

क्या होती है एपिसोडिक मोबिलिटी ?

जिस एपिसोडिक मोबिलिटी से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय जूझ रही थीं उसमें इंसान चल-फिर नहीं पाता। कुर्सी पर बैठने और उठने में भी परेशानी होने लगती है। ये ज्वाइंट प्रॉब्लम को भी बढ़ाती है। इससे ग्रसित इंसान की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं, जोड़ों के दर्द की परेशानी बढ़ जाती है। इतना ही नहीं ये बीमारी मस्तिष्क से जुड़ी समस्याएं भी बढ़ाती है। हैरान करने वाली बात ये है कि ये बीमारी सिर्फ बुजुर्गो में ही नहीं बल्कि अन्य आयु को लोगों को भी हो सकती है।

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पुरानी समस्याओं को बूस्ट करती है एपिसोडिक मोबिलिटी

HealthinAging.org के अनुसार, एपिसोडिक मोबिलिटी नाम की बीमारी कई समस्याओं को सीधे तौर पर प्रभावित करती है। इससे ग्रसित होने पर पुराना दर्द उखड़ आना, जोड़ों में सूजन होने लगती है। अगर बॉडी के किसी हिस्से में चोट है तो उसका दर्द भी बढ़ सकता है। डाक्टर्स बताते हैं कि इस बीमारी का कोई औपचारिक इलाज नहीं है। सरल भाषा में समझें तो इससे पीड़ित मरीजों को तरह-तरह की परेशानियां अंतराल में आती हैं यानी की एपिसोड में। यही वजह है कि इस बीमारी को एपिसोडिक मोबिलिटी कहते हैं।

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First published on: Sep 09, 2022 04:13 PM

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