सेहत बिगड़ने का देते हैं संकेत
रात में पसीना आना बीमारी का संकेत हो सकता है। न्यूरो समस्या, टीबी, असामान्य थायराइड, मलेरिया या टाइफाइड होने पर ज्यादा पसीना आता है। कुछ मामलों में कैंसर भी हो सकता है, लेकिन इसका चांस बहुत कम है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह पर मेडिकल जांच करवाएं, इससे आपकी कंडीशन साफ हो जाएगी। स्लीप एप्निया (नींद या डोज बदल में सांस रुकने की समस्या) से ग्रस्त लोगों को भी यह परेशानी होती है। हालांकि, इसे सीमैप मास्क की मदद से ठीक कर सकते हैं।दवा की जांच करें
टीईडी हेल्थ की डॉक्टर शोशाना अनगेरलीडर कहती हैं कि दवाओं के कारण भी गर्मी ज्यादा लग सकती है। एंटीडिप्रेसेंट, डायबिटीज, स्टेरॉयड, हार्मोन थेरेपी और बीटा ब्लॉकर्स से अक्सर ऐसा होता है। अगर आपको लगता है कि नई दवा से रात में पसीने की समस्या हो रही है, तो डॉक्टर से दवाई लेने का समय या डोज बदलने के लिए पूछ सकते हैं। ये छोटे-छोटे बदलाव नींद को बेहतर कर सकते हैं।तनाव से रहें दूर
अगर तनाव और चिंता है तो इसका असर न्यूरो सिस्टम पर भी पड़ता है। इससे घबराहट से पसीना आ सकता है। इसलिए सोने से पहले 1-2 घंटे रिलैक्स होना जरूरी है। डॉ. ग्लिनिस एब्लॉन कहती हैं कि सोने के कमरे का माहौल आरामदेह और तनाव रहित बनाएं। फोन अलग रखें, परेशान करने वाली रोशनी से बचें और शांत संगीत सुनें। यह आपके तनाव को कम करने में मदद करेंगे। ये भी पढ़ें- कहीं आपको तो नहीं ब्रेन ट्यूमर? आंखों में दिखने लगते हैं ये 6 बदलाव, जानेंDisclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य ले लें। News24 की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।