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छोटी-छोटी बातें भूलना, नींद न आने जैसी समस्या से हैं परेशान? तो करें Digital Detox, होगा Mental Health में सुधार!

फोन का अधिक इस्तेमाल और सोशल मीडियो का दिनभर स्क्रॉल करने की आदत हमारे मेंटर और फिजिकल हेल्थ के लिए हानिकारक है। आइए डिजिटल डिटॉक्स क्या है? इसके कैसे किया जाता है और डिजिटल डिटॉक्स के फायदे क्या हैं? जानते हैं।

Edited By : Simran Singh | Updated: Jun 17, 2024 13:24
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डिजिटल डिटॉक्स

Digital Detox Benefits: रात भर जागने की आदत से आप भी परेशान हैं? चाहकर भी 7 से 8 घंटे तक की नींद नहीं पूरी कर पा रहे हैं? सही से सोने के लिए आप भी तरस जाते हैं? या फिर आप छोटी-छोटी बातों को भूलने लगे हैं? कौन सा सामान कहां रखा या किसी को अच्छे से जानने के बाद भी उसका नाम याद नहीं आ रहा तो इस तरह की समस्या को अपनी बढ़ती उम्र की वजह न समझें। बल्कि, इसे डिजिटल डिटॉक्स करने का संकेत समझें।

दरअसल, हम सभी ने अपने लाइफस्टाइल में इंटरनेट को खास जगह दे दी है और तरह-तरह के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसों को अपनाना शुरू कर दिया है जोकि असल में एक चिंता का विषय है। बच्चे से लेकर बड़े बूढ़े घंटों तक फोन का इस्तेमाल करते नजर आते हैं। इंटरनेट पर दिनभर एक्टिव रहने की लत कहीं न कहीं हमें उम्र से पहले बीमार कर सकती है। आइए डिजिटल डिटॉक्स क्या है? डिजिटल डिटॉक्स से कैसे मेंटल हेल्थ में सुधार होगा? कैसे ये नींद न आने की समस्या को दूर कर सकेगा? डिजिटल डिटॉक्स के फायदे क्या-क्या हैं? डिजिटल डिटॉक्स कैसे किया जाता है? आदि के बारे में जानते हैं।

What is Digital Detox?

डिजिटल डिटॉक्स एक ऐसी प्रक्रिया है जिससे व्यक्ति अपना आपको इंटरनेट की लत से बचा सकता है। साथ दिनभर एक्टिव रहने पर हो रहे सेहत से संबंधित नुकसान से खुद को बचा सकता है। डिजिटल डिटॉक्स में आपको एक समय के लिए इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसों से दूरी बनानी होगी। फोन, लैपटॉप या टैब जैसे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल नहीं करना होगा। इसके साथ ही आपको इंटरनेट का भी इस्तेमाल कुछ तय समय तक नहीं करना होगा। डिजिटल डिटॉक्स में आपको एक तय समय के लिए फोन, लैपटॉप, सोशल मीडिया आदि से पूरी तरह दूरी बनानी होगी।

डिजिटल डिटॉक्स से होने वाले फायदे

हम सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसों के आदी हो गए हैं और इसका प्रभाव सिर्फ मेंटल हेल्थ पर नहीं बल्कि फिजिकल हेल्थ पर भी पड़ रहा है। इसलिए डिजिटल डिटॉक्स करना सभी के लिए बेहद जरूरी है।

1. डिजिटल डिटॉक्स से तनाव और चिंता में कमी हो सकती है। ज्यादा समय तक इंटरनेट का इस्तेमाल और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का यूज तनाव और चिंता का कारण भी बनता है।

2. अगर नींद की कमी रहती है तो आपको डिजिटल डिटॉक्स जरूर करना चाहिए। बेहतर नींद के लिए भी ये मददगार हो सकता है।

3. डिजिटल डिटॉक्स करने के बाद आप ज्यादा एक्टिव और हर काम में अपना बेस्ट देते हुए दिखने लगेंगे।

4. डिजिटल डिटॉक्स आपके इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करने में मदद करता है।

डिजिटल डिटॉक्स के 3 तरीके?

आउटडोर एक्टिविटी

आपके लिए डिजिटल डिटॉक्स करना घर पर रह कर मुश्किल है, तो ऐसा करें कि हफ्ते में एक बार अपने लिए समय निकालें और सभी तरह के डिजिटल डिवाइस से दूरी बनाने के लिए आउडोर एक्टिविटी को अपना लें। लंबी पैदल यात्रा या बाइकिंग पर चले जाएं।

एक लक्ष्य तय करें

आप एक लक्ष्य तय करते हुए भी डिजिटल डिटॉक्स कर सकते हैं। बस इसके लिए आपका खुद पर कंट्रोल होना जरूरी है। बस आपको ये तय करना है कि हर हाल में आप 2 से 3 घंटे तक किसी भी तरह के डिजिटल डिवाइस का इस्तेमाल नहीं करेंगे। अपने माइंड को रिलैक्स देंगे।

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टेक फ्री जोन

अपने साथ अपने परिवार के सदस्यों का भी डिजिटल डिटॉक्स करवाएं। इसके लिए बस आपको कुछ जगह को टेक फ्री जोन बनाना होगा। खाना खाने वाली जगह, सोने वाला कमरा, लोगों के साथ बैठने वाली आदि जगह पर सभी के लिए फोन या अन्य डिवाइस को इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध लगा दें। परिवार के लोगों के साथ बातचीत करें। ज्यादा से ज्यादा समय बिना इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के रहें।

अगर इन सबके अलावा आप किसी दूसरे तरीके डिजिटल डिटॉक्स करना चाहते हैं तो अपने फोन में स्क्रीन टाइम और डेटा लिमिट सेट कर लें। कई डिवाइस आते हैं जो आपके स्क्रीन टाइम को ट्रैक करते हैं। तय की गई लिमिट से ज्यादा अगर आप स्क्रीन यूज करेंगे तो आपका डिवाइस आपको खुद इसकी जानकारी दे देगा और रोकने में मदद करेगा।

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First published on: Jun 17, 2024 01:22 PM

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