पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ अपना गठबंधन समाप्त कर दिया है। अब वे मुखर हो गए हैं और मिशन 2024 की शुरुआत कर दी है। नीतीश कुमार पटना में अपने पार्टी की एक महत्वपूर्ण बैठक के बाद 2024 के राष्ट्रीय चुनावों से पहले “खुद को लॉन्च” करने के लिए तैयार हैं। खबर आ रही है कि नीतीश कुमार मिशन-2024 के लिए खुद को लॉन्च करने के लिए अगले सप्ताल दिल्ली का दौरा कर सकते हैं।
पार्टी ने एक नेता ने नाम नहीं बताने के सर्त पर बताया कि पार्टी लाइनों से परे बहुत सारे नेता नीतीश कुमार मिलना चाहते हैं और एक रणनीति पर चर्चा करना चाहते हैं। वह एक ऐसे नेता हैं जिन्होंने दिखा दिया है कि बीजेपी 2015 में बिहार में जबरदस्त जीत के साथ हरा सकती है। 2022 में, उन्होंने बीजेपी का साथ छोड़ दिया। वह अब सभी क्षेत्रीय दलों को एक छत्र के नीचे लाने के लिए काम करके भाजपा को अलग-थलग करने और उसके झूठ का पर्दाफाश करने के लिए काम करेंगे।
मिशन-2024 को लेकर जेडीयू के पोस्टर बिहार की राजधानी पटना की सड़कों पर दिखने लगे हैं। जेडीयू दफ्तर में नीतीश कुमार की तस्वीर और ”आगज़ हुआ, बदला होगा; प्रदेश में दिखा, देश में दिखेगा” जैसे नारों के साथ बैनर लगे हुए हैं। जद (यू) के एनडीए छोड़ने और पिछले महीने राजद, कांग्रेस और वाम दलों की मदद से सरकार बनाने के बाद भाजपा ने बिहार में सत्ता खो दी।
जद (यू) नेता केसी त्यागी ने कहा कि वे अपने एजेंडे पर विचार करने के लिए पटना में देश भर से पार्टी के पदाधिकारियों की बैठक कर रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि पार्टी 2024 के चुनावों में भाजपा को हराने के लिए एक मजबूत गठबंधन के अभियान का नेतृत्व करने में नीतीश कुमार की भूमिका का समर्थन करेगी।
जद (यू) नेता राजीव रंजन ने कहा कि इस सप्ताह उनकी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद एक मजबूत गठबंधन के प्रयासों को गति मिलेगी। उन्होंने जोर देकर कहते हैं कि कुमार देश की शीर्ष पद के लिए सबसे सक्षम हैं और राजद भी इसका समर्थन कर रही है। नीतीश कुमार के पास एक सक्षम प्रधानमंत्री बनाने के लिए सब कुछ है। उनके पास भारत के अनुकूल अनुभव, प्रशासनिक कौशल और समावेशी विकास मॉडल है।