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Ankita Murder Case: पहले दुमका की ‘अंकिता’, फिर उत्तराखंड की ‘अंकिता’, नाम भी एक और तारीख भी एक…

Ankita Murder Case: अंकिता… ये अब महज एक नाम नहीं है। कहानी हैं एक ही नाम की दो ऐसी लड़कियों की जो अपने स्वाभिमान की रक्षा के लिए मौत की देहरी पर जा पहुंचीं। दोनों की मौत में अंतर भी सिर्फ एक ही महीने का है। 23 अगस्त को झारखंड (Jharkhand) के दुमका (Dumka) में […]

Edited By : Naresh Chaudhary | Updated: Sep 25, 2022 10:48
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Ankita Murder Case: अंकिता… ये अब महज एक नाम नहीं है। कहानी हैं एक ही नाम की दो ऐसी लड़कियों की जो अपने स्वाभिमान की रक्षा के लिए मौत की देहरी पर जा पहुंचीं। दोनों की मौत में अंतर भी सिर्फ एक ही महीने का है। 23 अगस्त को झारखंड (Jharkhand) के दुमका (Dumka) में शाहरुख (Shahrukh) नाम के दरिंदे ने एकतरफा प्यार में पागल होकर 19 साल की अंकिता सिंह (Ankita Singh Murder Case) को जिंदा जला दिया था, तो उत्तराखंड (Uttarakhand) की अंकिता भंडारी का ठीक एक माह बाद यानी 23 सितंबर को शव बरामद हुआ। अंकिता भंडारी (Ankita Bhandari Murder Case) को देह व्यापारी में धकेलने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन उसने भी दरिंदों के सामने हार नहीं मानी और आखिरकार उसके हिस्से में भी मौत आई।

23 अगस्त को दुमका में जिंदा जली थी अंकिता सिंह

शुरुआत करते हैं झारखंड में हुए अंकिता सिंह हत्याकांड से…। यहां के दुमका इलाके में रहने वाली अंकिता सिंह गर्ल्स हाईस्कूल में 12वीं की पढ़ाई कर रही थी। पढ़ाई के दौरान सुनहरे भविष्य के सपने देख रही थी कि तभी शाहरुख नाम के हैवान ने उसके हसीं संपनों को ग्रहण लगा दिया। पिछले माह 22 अगस्त को शाहरुख नाम के आरोपी ने अंकिता को फोन करके दोस्ती के लिए कहा, लेकिन उसने इनकार कर दिया।

इसके बाद आरोपी 23 अगस्त को उसके घर पर आ धमका। खिड़की तोड़कर घर में घुसा और पेट्रोल डालकर अंकिता को जिंदा जला दिया। परिवार वालों ने उसे आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से उसे रांची रिम्स रैफर किया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना के बाद झारखंड ही नहीं, बल्कि पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हुए।

23 सितंबर को नहर से बरामद हुआ अंकिता भंडारी का शव

इसके बाद सितंबर में फिर वहीं तारीख आई। उत्तराखंड की धर्मनगरी ऋषिकेश में अधर्म हुआ। यहां के एक रिसॉर्ट में रिसेप्शन पर काम करके अंकिता भंडारी नाम की लड़की अपने परिवार का सहारा बनी थी, लेकिन रिसॉर्ट के मालिक की अंकिता पर बुरी नजर थी। वह उसे अपने कारोबार के लिए गलत काम करने पर मजबूर कर रहा था। अपने स्वाभिमान की रक्षा करते हुए अंकिता लगातार विरोध कर रही थी। तभी अचानक वह लापता हो गई।

परिवार वालों ने संबधित पुलिस में गुहार लगाई, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। मामला गंभीर होने पर दूसरे थाने की पुलिस को जांच में लगाया, तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। पुलिस ने अंकिता का शव इलाके की चिल्ला नहर से बरामद किया। रिसॉर्ट के मालिक और भाजपा नेता के बेटे पुलकित आर्य समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। यहां की अंकिता भी दरिंदों का शिकार हुई थी।

फास्ट ट्रैक कोर्ट में जाएगा मामलाः एसआईटी प्रभारी

उत्तराखंड समेत पूरे देश में फैले आक्रोश को देखते हुए सरकार ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। वहीं टीम ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है। एसआईटी टीम की प्रभारी डीआईजी पीआर देवी ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि शनिवार को हमने उस स्थान का दौरा किया है, जहां से अंकिता भंडारी का शव बरामद हुआ था। इसके अलावा ऋषिकेश स्थित वनंतरा रिसॉर्ट का भी दौरा करके संबंधित साक्ष्य जुटाए गए हैं।

डीआईजी ने कहा कि हम कोशिश करेंगे कि आरोपियों को अधिकतम सजा मिले। त्वरित कार्रवाई के लिए मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाया जाएगा। वहीं शविवार को एम्स ऋषिकेश में अंकिता के शव का पोस्टमार्टम हुआ, जिसके बाद शव को परिवार वालों के सुपुर्द कर दिया गया। अंकिता भंडारी के परिवार समेत उनके पूरे इलाके में हाहाकार मच हुआ है। मुख्यमंत्री धामी ने भी पीड़ित परिवार से फोन द्वारा बात की है।

First published on: Sep 25, 2022 10:48 AM

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