Internet safety: पिछले कुछ वक्त से ऑनलाइन स्कैम के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। साइबर अपराधी अब यूजर्स को ठगने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। हाल ही में एक खबर सामने आई है जिसमें दावा किया जा रहा है कि हैकर्स खास शब्दों को सर्च करने वाले यूजर्स को टारगेट बना रहे हैं। इन शब्दों को सर्च करने के बाद जब यूजर्स किसी लिंक पर क्लिक करते हैं, तो उनकी पर्सनल डिटेल्स साइबर अपराधियों के हाथ लग जाती है, यहां तक कि उनके कंप्यूटर का कंट्रोल भी छीना जा सकता है। आइये जानते हैं क्या है मामला…
क्या है पूरा मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, साइबर सिक्योरिटी कंपनी SOPHOS ने एक अलर्ट जारी किया है और बताया है कि जो यूजर्स गूगल पर “Are Bengal Cats legal in Australia?” जैसे खास कीवर्ड सर्च कर रहे हैं, उनका पर्सनल डेटा खतरे में है। SOPHOS का कहना है कि इस सर्च के बाद आने वाली पहली लिंक पर क्लिक करते ही यूजर्स का डेटा ऑनलाइन लीक हो सकता है।
इतना ही नहीं कंपनी ने यह भी बताया है कि इस तरह के सर्च में छेड़छाड़ कर यूजर्स को Legit मार्केटिंग के रूप में दिखने वाले मेलीशियस लिंक पर क्लिक करने के लिए प्रेरित किया जाता है। SOPHOS के अनुसार, साइबर अपराधी खासकर “Australia” से जुड़े सर्च करने वाले यूजर्स को टारगेट कर रहे हैं।
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Gootloader का इस्तेमाल
SOPHOS ने यह भी खुलासा किया है कि इस साइबर हमले में Gootloader नाम का प्रोग्राम यूज किया जा रहा है। इस प्रोग्राम के जरिए सर्च रिजल्ट पर क्लिक करने वाले यूजर्स की पर्सनल और बैंक से जुड़ी जानकारी ऑनलाइन लीक हो सकती है।
SEO Poisoning का खतरा
इसके अलावा रिपोर्ट में बताया गया है कि साइबर अपराधी “SEO Poisoning” टेक्नोलॉजी का यूज कर रहे हैं। इस टेक्नोलॉजी में हैकर्स सर्च इंजन रिजल्ट्स में छेड़छाड़ कर अपनी वेबसाइट्स को टॉप पर ले आते हैं, ताकि यूजर्स उनकी साइट्स पर जाएं और फंस जाएं। SOPHOS ने इस तरह के साइबर हमले से बचने के लिए यूजर्स को सलाह दी है।