Stock Market News: शेयर बाजार ऐसी स्थिति में पहुंच गया है, जहां किसी को समझ नहीं आ रहा है कि मार्केट और कितना नीचे जाएगा। आज यानी 27 फरवरी को भी मार्केट दबाव में नजर आया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 10.31 अंकों की मामूली बढ़त के साथ 74,612.43 पर बंद हुआ। जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 2.50 अंक कमजोर होकर 22,545.05 पर पहुंच गया। पिछले काफी समय से बाजार कमजोरी का सामना कर रहा है।
1996 के बाद अब
निफ्टी गिरावट के मामले में 29 साल का रिकॉर्ड तोड़ने की दहलीज पर है। इस महीने निफ्टी अब तक करीब 4% नीचे आ गया है। ऐसे में कल महीने के आखिरी कारोबारी सत्र में निफ्टी के इस गिरावट की रिकवरी करने की संभावना लगभग न के बराबर है। इस तरह निफ्टी 29 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ देगा। 1996 के बाद से यह पहला मौका होगा जब निफ्टी में लगातार 5 महीने तक गिरावट देखने को मिली।
गिरावट की वजह
बाजार में लगातार आ रही गिरावट की कई वजह हैं। कंपनियों के अपेक्षाकृत कमजोर तिमाही नतीजे, विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली और डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीतियों से उत्पन्न अनिश्चितता ने बाजार के मूड बिगाड़ दिया है।। विदेशी निवेशक लगातार बिकवाली कर रहे हैं, जबकि पहले उम्मीद जताई जा रही थी कि वह जनवरी के आखिरी तक मार्केट में वापसी कर सकते हैं। गौर करने वाली बात यह है कि वे भारत से पैसा निकालकर अब भी चीन में लगा रहे हैं।
अभी लगेगा वक्त
एक्सपर्ट्स का कहना है कि मार्केट के हालात हाल-फिलहाल तेजी से बदलने वाले नहीं हैं। मार्केट को संभलकर चलने में ही कई महीने लग सकते हैं। ऐसे में अभी उसके फिर से दौड़ने के बारे में सटीक तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता। कई प्रमुख इंडेक्स अपनी काफी बढ़त गंवा चुके हैं। हालांकि, निफ्टी बैंक इंडेक्स आने वाले दिनों में कुछ बेहतर कर सकता है। गुरुवार को यह 0.28% की मजबूती के साथ बंद हुआ है। इसकी वजह भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के नए गवर्नर संजय मल्होत्रा के आने के बाद बैंकिंग सेक्टर में हो रहे बदलाव हैं।